आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल की सुक्खू सरकार पूर्व जयराम गवर्नमेंट की फाइनेंशियल मिस मैनेजमेंट के खिलाफ श्वेत पत्र लाने जा रही है। इसका ड्राफ्ट सचिवालय में आज दोपहर बाद डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में डेढ़ घंटे चली कैबिनेट सब कमेटी की मीटिंग में फाइनल कर दिया गया है। यह डॉक्यूमेंट मानसून सत्र से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को सौंपा जाएगा।
डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछले 5 साल में प्रदेश की वित्तीय स्थिति कहां से चली और कहां पर पहुंची। यह सारा सफरनामा लिख दिया गया है। हिंदी और अंग्रेजी में इसका डॉक्यूमेंट पब्लिश किया जाएगा। इसे मानसून सत्र के दौरान टेबल किया जाएगा। यह सीक्रेट डॉक्यूमेंट है। अभी इसे लेकर कोई बात सार्वजनिक नहीं की जा सकती। कैबिनेट सब कमेटी में कृषि मंत्री चंद्र कुमार और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह सदस्य हैं।
हिमाचल में यह पहला अवसर होगा जब किसी पूर्व सरकार के खिलाफ इस तरह से वित्त प्रबंधन को लेकर श्वेत पत्र लाया जा रहा है। प्रदेश में पिछले 6-7 सालों के दौरान कर्ज को लेकर खूब राजनीति होती रही है। पूर्व वीरभद्र सरकार पर भी विपक्ष में रहते BJP ज्यादा कर्ज लेने के आरोप लगाती रही है। साल 2017 से 2022 के बीच भारतीय जनता पार्टी ने भी कर्ज लेने के रिकॉर्ड तोड़े है। इससे विधानसभा चुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा बना है। BJP जब प्रदेश की सत्ता से बाहर हुई है, सुक्खू सरकार के अनुसार, प्रदेश पर तब 73 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया था। यही नहीं 10 हजार करोड़ से ज्यादा की देनदारी कर्मचारियों की भी सरकार पर बकाया है।