आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। अनुसूचित जाति , जनजाति , अन्य पिछड़ा वर्ग एवम् अल्प संख्यक संयुक्त संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में शिमला के शोधी के नजदीक थड़ी में 135वीं अंबेडकर जयंती समारोह को बड़े हर्षौल्लास तथा धूमधाम से मनाया गया। समारोह में प्रदेश स्तर से हजारों की संख्या में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। मुख्य अतिथि हीरामणि भारद्वाज, प्रदेशाध्यक्ष संयुक्त संघर्ष मोर्चा तथा विशेष अतिथिगण तारा चंद रनौत , राज्य प्रधान महासचिव, सैन राम नेगी वरिष्ठ उपाध्यक्ष, आशा कश्यप प्रधान सलाहकार , सावित्री कश्यप , प्रदेश सचिव , बिंदी कल्याण, जिला अध्यक्षा ने कार्यक्रम का शुभारंभ करने हेतु बाबा साहिब की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रवजलित करके किया गया।
जिला शिमला इकाई के प्रधान बिंदी कल्याण , प्रदेश सचिव सावित्री कश्यप, प्रदेश सलाहकार आशा कश्यप , पूनम चंद्रिका इत्यादि ने मुख्य अतिथि तथा विशेष अतिथियों का ढोल नगाड़ों से जोरदार स्वागत किया गया। अतिथियों को बेज लगा कर , शाल व टोपी पहनाई गई। इसके बाद जिला बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष सीता राम कौंडल ने सभी सभासदों तथा पंडाल में एकत्रित जनसमूह को भारत के संविधान में विहित उद्देशिका के अनुसार संविधान की शपथ दिलवाई गई। स्टेज सेक्रेटरी की भूमिका जिला बिलासपुर इकाई के महामंत्री नंदलाल आचार्य ने बखूबी निभाई। राज्य कार्यकारिणी के तमाम पदाधिकारियों तथा मुस्लिम लीग के प्रदेशाध्यक्ष मुमताज मुहम्मद काश्मी जो कि विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे को भी मोर्चा द्वारा सम्मानित किया गया।

लोक संपर्क विभाग से आए कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर समां बांधा। रोहडू तथा चौपाल क्षेत्र से आई महिला मंडलों ने लोकगीत गा कर नाटी डाली गई। घुमारवीं, बिलासपुर से आई बिटिया ने बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जीवनी परिचय पर सुंदर भाषण दिया गया। जिसको पंडाल में आए भीड़ ने सराह है। बिटिया को पुरस्कृत किया गया। मेधावी छात्र, छात्राओं को मुख्य अतिथि द्वारा मेडल पारितोषिक वितरित किए गए । नशा निवारण पर लोक संपर्क विभाग के कलाकारों ने नाटक के माध्यम से प्रस्तुति देकर लोगों को जागरूक किया। स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर जोशी ने नशे और जनता को जागरूक किया। मोर्चा के प्रधान महासचिव तारा चंद रनौत ने मोर्चा द्वारा की गई उपलब्धियों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि प्रदेशाध्यक्ष हीरामणि भारद्वाज ने अपने उद्बोधन में बाबा साहेब द्वारा लिखित संविधान में विहित प्रावधानों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब न होते तो दवे, कुचले , शोषित, वंचित , महिलाओं तथा गैरबराबरी समाज को राष्ट की मुख्य धारा में जोड़ने की परिकल्पना करना बेइमानी होती। भारत का संविधान विश्व के सभी संविधानों से अनूठा एवं श्रेष्ठ है। इसमें सामाजिक, न्याय, राजनीतिक स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व सभी वर्गो को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने शोषितों, वंचितों के हितों की रक्षा हेतु समरसतामूलक, मानवीय सिद्धांतों को ऊपर रख कर अपना सारा जीवन खपा दिया। उन्होंने तीन मूल मंत्र दिए थे, शिक्षित बने, संगठित हो तथा संघर्ष करो। मोर्चा बाबा साहेब द्वारा लिखित संविधान के अनुरूप दिए गए कर्तव्यों एवं अधिकारों के बारे में समाज को जागरूक करने का प्रयास कर रहे है। मोहिंदर भारद्वाज , प्रदेश वित्त सचिव, मधु सिंह, उपाध्यक्ष, बुधराम आजाद, मस्त राम पंवार, राज्य बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के सलाहकार विपिन बंसल, राज्य कॉर्डिनेटर राजेश कश्यप , जुब्बल कोटखाई, नावर से मोर्चा के प्रतिनिधि श्री पांजता इत्यादि ने भी अपने अपने विचार रखे। बिंदी कल्याण एवं आशा कश्यप ने भी कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए अपने उद्बोधन में मोर्चा का धन्यवाद किया गया।