आदर्श हिमाचल ब्रयूरो
शिमला/दिल्ली: नेपाल के माननीय प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने नेपाल के संखुवासभा जिले में 900 मेगावाट अरुण-3 जलविद्युत परियोजना की 11.8 किलोमीटर लंबी हेड रेस सुरंग की खुदाई पूरी होने पर अंतिम ब्लास्ट किया । इस अवसर पर नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन एवं सिंचाई मंत्री शक्ति बहादुर बसनेट, नेपाल प्रांत 1 के स्वास्थ्य मंत्री . राजेंद्र कार्की, भारतीय राजदूत, नवीन श्रीवास्तव, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन, सुशील शर्मा, नेपाल निवेश बोर्ड के सीईओ सुशील भट्टा, सीईओ, एसएपीडीसी, अरुण धीमान, कार्यकारी निदेशक, एसजेवीएन, राकेश सहगल और नेपाल सरकार के अन्य गणमान्य व्यक्ति, स्थानीय अधिकारी उपस्थित रहे।
पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने कहा कि यह सफलता हमें स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा प्रदान करने एवं क्षेत्र के सततशील विकास में योगदान देने के लिए लक्ष्य के नजदीक लाती है। उन्होंने परियोजना निर्माण में चल रहे प्रयासों की सराहना की और अरुण-3 जल विद्युत परियोजना को समय पर पूर्ण करने संबंधी सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने अपने सम्बोधन में स्मरण कराया कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष नेपाल के माननीय प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने पिछले वर्ष नेपाल से बिजली के आयात के लिए दीर्घकालिक विद्युत व्यापार समझौते पर सहमति व्यक्त की थी, जिसके लिए निर्यातोन्मुख 900 मेगावाट अरुण -3 एचईपी का पूरा होना एक प्रमुख मील का पत्थर होगा।
सुशील शर्मा ने नेपाल के प्रधानमंत्री को अवगत करवाया कि हेड रेस टनल की सफलता के साथ 900 मेगावाट अरुण-3 जलविद्युत परियोजना के निर्माण में यह परियोजना एक महत्वपूर्ण माईलस्टोन है। यह उपलब्धि नेपाल में अरुण-3 जलविद्युत परियोजना की प्रगति में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुशील शर्मा ने नेपाल के माननीय प्रधानमंत्री को निर्माणाधीन 900 मेगावाट अरुण 3 जलविद्युत परियोजना एवं 217 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइन की प्रगति संबंधी जानकारी दी। इसके अतिरिक्त, श्री सुशील शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने बताया कि परियोजना का 74% से अधिक कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं।
सुशील शर्मा ने कहा कि “हेड रेस टनल का सफलतापूर्वक पूरा होना अरुण नदी की हाइड्रो क्षमता का दोहन हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।”
शर्मा ने आगे बताया कि अरुण-3 जलविद्युत परियोजना अगले वर्ष तक विद्युत् उत्पादन आरंभ कर देगी और जिससे प्रतिवर्ष 3924 मिलियन यूनिट विदयुत उत्पादित होगी ।
सुशील शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने कहा कि , “हम नेपाल सरकार, स्थानीय अधिकारियों एवं समुदाय से मिले भरपूर समर्थन के लिए उनके आभारी हैं।” शर्मा ने कहा कि “यह परियोजना ऊर्जा क्षेत्र में भारत एवं नेपाल के मध्य मजबूत साझेदारी और ऊर्जा सुरक्षा एवं पर्यावरणीय सततशीलता हासिल करने के हमारे सामूहिक प्रयासों का प्रतीक है।”
सुशील शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अपनी नेपाल यात्रा के दौरान नेपाल के मुख्य सचिव डॉ. बैकुंठ आर्यल तथा नेपाल के गृह सचिव श्री एकनारायण आर्यल से भी मुलाकात की तथा नेपाल की अरुण वैली में जल विद्युत परियोजनाओं के विकास संबंधी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन अरुण-3 पावर डेवलपमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (एसएपीडीसी) एसजेवीएन और नेपाल सरकार के मध्य एक महत्वपूर्ण साझेदारी है, जिसका उद्देश्य अरुण नदी बेसिन में सतत जलविद्युत उत्पादन के माध्यम से क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। वर्तमान में, एसजेवीएन नेपाल में अरुण नदी बेसिन पर 2200 मेगावाट की तीन जलविद्युत परियोजनाओं को निष्पादित कर रहा है।