आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। 2024 को पूर्वाहन 10:30 बजे हिमाचल प्रदेश विधान सभा सचिवालय के पुस्तकालय कक्ष में आयोजित डॉ0 यशवंत सिहं परमार के 118वें राज्य स्तरीय जन्मोत्सव पर सभागार में मौजूद मन्त्री परिषद के सदस्यों, माननीय विधान सभा सदस्यों, पूर्व सदस्यों तथा अन्य गणमान्य तथा विशिष्ट अतिथियों को सम्बोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश विधान सभा के माननीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि हमें डॉ0 यशवंत सिहं परमार के आदर्शो, सुझाये गये मार्गों तथा उनकी विचारधारा को अपनाने की आवश्यकता है यही आज उनके 118वें जन्म दिवस पर एक सच्ची श्रदांजली होगी।
पठानियां ने कहा कि डॉ0 परमार एक शिक्षा विद्व ही नही बल्कि कानून के विशेषज्ञ भी थे। उन्होनें हमेशा अपनी काबलियत का लोहा मनवाया तथा हिमाचल प्रदेश के निर्माण गठन तथा पूर्ण राज्यत्व के लिए कठोर संधर्ष किया तथा सफलंता हासिल की।
पठानियां ने कहा कि डॉ0 परमार एक युग द्रष्टा थे तथा उन्हे हिमाचल तथा हिमाचलियों से अगाध प्रेम था। श्री पठानियां ने कहा कि जब उन्होने प्रदेश की बागडोर सभ्भाली सोचो तब क्या था। ना सड़के, ना पुल, ना बिजली की व्यवस्था तथा ना ही समूचित धन था। वह एक दूरदर्शी नेता थे। उन्होंने पहले ही तय कर दिया था कि सड़के हमारी जीवन रेखा है इसके बिना विकास सम्भव नहीं है उन्होंने हमेशा ही सिर्फ और सिर्फ प्रदेश के विकास की बात की तथा कठिन परिस्थियों के बावजूद भी हमेशा जन हितैषी सरकार चलाई।
पठानियां ने कहा कि आज का दौर उम्दा है। आज टैक्नोलॉजी ने पूरे विश्व में क्रान्ति लाई है। आज अगर हमें किसी चीज की आवश्यकता है तो डॉ0 परमार के विचारों को अपनाने की तथा बिना लोभ-लालच जन हित में कार्य करने की ।
पठानियां ने समागार में मौजूद राजनेताओं, अधिकारियो तथा कर्मचारियो का आहवान किया कि हमें मिलकर डॉ0 परमार की राह पर चलना होगा तभी हम इस प्रदेश के सच्चे हितैषी हो सकते है।
पठानियां ने कहा कि डॉ0 परमार संविदान सभा की ड्राफ्टिंग कमेटी के सदस्य भी रहे तथा देश व प्रदेश हित में उनका योगदान अतुल्नीय तथा अविस्मरणीय रहा है। इस अवसर पर मुख्यमन्त्री तथा विधान सभा अध्यक्ष द्वारा डॉ0 परमार के जीवन पर आधारित अंशुक अत्री तथा डॉ0 राजेन्द्र अत्री द्वारा लिखित एवं प्रकाशित पुस्तकों, परमार:हिमाचल के शिल्पकार तथा Parmar : The Crafting of Himachal Pradesh का भी विमोचन किया गया। इस अवसर पर डॉ0 परमार के जीवन पर अधारित चित्र कला प्रदर्शनी तथा समागार में वृत चित्र का भी अवलोकन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमन्त्री ठाकुर सुरविन्दर सिंह सुक्खु बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए तथा डॉ0 परमार के चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर माननीय मुख्यमन्त्री तथा विधान सभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने भी उपस्थित विशिष्ट लोंगो को सम्बोधित किया। इस अवसर पर काबिनां मन्त्री डॉ0 कर्नल धनि राम शांडिल, प्रो0 चन्द्र कुमार, रोहित ठाकुर, विक्रमादित्य सिंह तथा राजेश धर्माणी उपस्थित थे। सी0पी0एस0 मोहन लाल ब्रांक्टा, चौधरी राम कुमार, उप मुख्य सचेतक हि0 प्र0 सरकार केवल सिंह पठानियां चेयर मैन भवानी सिंह पठानियां, केहर सिंह खाची माननीय विधायक गण, पूर्व विधायक गण, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष डॉ0 राधा रमणं शास्त्री ,ठाकुर कौल सिंह तथा गगू राम मुसाफिर के अलावा शिमला मे महापौर सुरेन्द्र चौहान तथा पार्षद भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क राजीव कुमार, भाषा कला एंव संस्कृति विभाग के निदेशक डॉ0 पंकज ललित, नगर निगम के महापौर भूपेन्द्र अत्री तथा विधान सभा सचिवालय के अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद थे।