आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने देश और प्रदेश के अंदर लगातार महिलाओ के ऊपर बढ़ रही हिंसक घटनाओं और अत्याचरों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस धरने में बात रखते हुए एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई छात्रा सह संयोजक रक्षा ने बात रखते हुए कहा हिमाचल प्रदेश के अंदर हाली के अंदर एक घटना कांगड़ा पालमपुर के अंदर देखने को मिली है जिसमें एक युवक द्वारा एक युवती के ऊपर तेज तर्रार हथियार के द्वारा दिनदिहाड़े हमला किया जाता है एस एफ आई इस घटना की कड़ी निंदा करती है और प्रदेश सरकार से मांग करती है कि उस दोषी को कड़ी सी कड़ी सजा दी जाए। परन्तु इस तरह कि घटना पहले भी हिमाचल प्रदेश के अंदर देखने को मिली है जो सवालो के दायरो में थी उस समय भी दोषीयों को सजा जो नहीं दे पाई। प्रदेश में पूर्व के अंदर भाजपा की सरकार हो या अभी जो है वर्तमान के अंदर कांग्रेस की सरकार है वह उनको कड़ी सजा नहीं दे पाई है प्रदेश के अंदर गुड़िया कांड हुआ उसके असली दोषियों को भी सजा नहीं दे पाई।
इस धरने में आगे बात रखते हुए एस एफ आई हिमाचल प्रदेश राज्य संयोजक सरिता राणा ने कहा कि आज लगातार देश के अंदर महिलाओं के ऊपर हिंसात्मक घटनाएं और रेप जैसी घटनाएं सामने आ रही है। परन्तु केंद्र की भाजपा की सरकार इन घटनाओ को रोकने के लिए सक्षम नहीं है जब 2014 के अंदर केंद्र के अंदर भाजपा की सरकार आई थी उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देश के अंदर दिया था। परंतु यह नारा सिर्फ खोखला साबित हुआ है इस तरह की घटनाओं को बड़ी बेबाकी तरीके से पुरुष प्रधान समाज के अंदर घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है 2014 के बाद लगातार देश में भाजपा सरकार द्वारा सांप्रदायिक दंगा को फैलाने का काम किया गया है इसके साथ-साथ देश के अंदर मनुवादी सोच को बढ़ावा देने का काम भाजपा की सरकार द्वारा किया गया।
आज देश और प्रदेश के हालात यह है कि आज पुरुष प्रधान समाज को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसके चलते वह इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है और देश की सरकार जो इस पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर रही है जिससे साफ तौर पर नजर आता है कि प्रदेश और देश की जो कानून व्यवस्था है उसे पर सवालिया निशान खड़े होते हैं। उन्होंने आगे बात रखते हुए कहा कि संविधान महिलाओं को समान अधिकार देता है परंतु देश की या देश की जो सरकार है वह इन अधिकारों पर हमला करने का काम कर रही है।
एसएफआई मांग करती है कि जो पालमपुर के अंदर घटना घटी है उस दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और देश के अंदर जो कानून व्यवस्था के हालात है और प्रदेश के अंदर जो हालात है उन हालात को सुधरा जाए और महिला सशक्तिकरण के ऊपर ठोस नीतियां प्रदेश की सरकार और देश की सरकार बनाएं। इसके साथ-साथ जो शिक्षण संस्थानों के अंदर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है एस एफ आई मांग करती है कि हर एक शिक्षण संस्थानों के अंदर लिंग संवेदनशील कमेटी का निर्माण किया ताकि इस तरह की घटनाओं के ऊपर रोक लगाया जा सके।