Updated: हादसे के तीसरे दिन रेस्क्यू टीम ने निकाला नरेश का शव, माँ-बाप के इकलौते बेटे की मौत से छाया मातम

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आदर्श हिमाचल सोलन (परवाणू) :

चार मंज़िला बिल्डिंग के मलबे में फंसे नरेश को निकालने के लिए तीसरे दिन भी बचाव दल की मशक्क्त जारी रही।  खोजी कुत्तों व नए उपकरणों की मदद से नरेश की लोकेशन ट्रेस करने में टीम को मिली कामयाबी और लेंटर को काट कर नरेश तक पहुंची रेस्क्यू टीम। लेकिन दुखद बात यह रही कि हादसे के तीसरे दिन तक नरेश को बचाया नही जा सका।

वीरवार को एनडीआरएफ की टीम द्वारा खोजी कुत्तों व आधुनिक उपकरणों द्वारा नरेश की लोकेशन तो मिल गई परन्तु उस तक पहुँचने के लिए बिना मशीन के पहुँचने में अधिक समय लगा। तहसीलदार मनमोहन जिष्टू ने बताया कि टीम द्वारा लोकेशन का पता लगा नरेश तक पहुंच तो गए लेकिन तब तक नरेश अपनी जान गवां चुका था।

लेकिन उस तक पहुँचने के लिए चार लेन्टरों की कटिंग करके जाना पड़ा।  एसडीएम संजीव धीमान लगातार बचाव दल के साथ घटनास्थल पर स्थिति का जायजा लेने के लिए मौजूद रहे। वहीँ पुलिस विभाग की ओर से थाना प्रभारी दयाराम ठाकुर व डीएसपी योगेश रोल्टा मौके पर मौजूद रहे। तीसरे दिन भी प्रदेश इंटक अध्यक्ष हरदीप बावा, पार्षद राजेश शर्मा,पूर्व नप अध्यक्ष ठाकुर दास शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के महासचिव विनोद सुल्तानपुरी भी स्थिति का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे।

शिरडी साई भक्त संगठन के प्रदेशाध्यक्ष व समाज सेवी सतीश बेरी ने मदद के तौर पर नरेश के पिता को 10000 रूपये दिए तथा इलाज के लिए व अन्य मदद के लिए आश्वासन दिया। नरेश की लोकेशन मिलने की बात से घटना स्थल पर मौजूद परिवार को थोड़ा ढांढस जरूर बंधा परन्तु उसके बाहर निकाले जाने तक परिवार के चेहरे पर चिंता नज़र आ रही थी। घटनास्थल पर नरेश की संगीता देवी अपने बेटे रोहित के साथ मौजूद थी। अपने माता-पिता के इकलौते बेटे के इस तरह हादसे में मारे जाने के बाद प्रियजनों का रो रोकर बुरा हाल है और सभी लोग इस घटना से दुखी हैं।