आदर्श हिमाचल ब्यूरों
धर्मशाला । वी. के. शर्मा, डीआईजीपी (से.नि.) एवं अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश राज्य पूर्व अर्धसैनिक कल्याण एवं समन्वय संघ ने एच.पी. विधानसभा के पटल पर अर्धसैनिक बलों के कर्मियों तथा उनके परिवारों की उपेक्षा से जुड़े लंबे समय से लंबित मुद्दों को बड़े तथ्यपूर्ण ढंग से उठाने हेतु राज्य सरकार के मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया की सराहना की है।
उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि स्थायी अर्धसैनिक कल्याण बोर्डों के गठन के लिए शीघ्र कार्रवाई की जाए, जो कि बहुत समय से लंबित और अत्यंत आवश्यक कदम है।
यह सकारात्मक पहल हमारे संघ की टीम के सतत एवं समर्पित प्रयासों का परिणाम है, जो वी. के. शर्मा के गतिशील नेतृत्व में कार्यरत है। पिछले वर्षों में हमने अनेक विधायकों, मुख्य सचेतक, मुख्य संसदीय सचिव, राज्य सरकार के मुख्य प्रवक्ता तथा अन्य जनप्रतिनिधियों से मिलकर इस मुद्दे को निरंतर उठाया है। पिछले तीन वर्षों में राज्य अध्यक्ष श वी. के. शर्मा स्वयं तीन बार मुख्यमंत्री से मिलकर विस्तृत ज्ञापन सौंप चुके हैं तथा वृद्ध होते पूर्व अर्धसैनिक कर्मियों के हित में शीघ्र निर्णय लेने का आग्रह कर चुके हैं।
लगभग सभी वर्तमान विधायक, सैनिक कल्याण बोर्ड की तर्ज पर स्थायी अर्धसैनिक कल्याण बोर्डों के गठन के पक्ष में हैं। दस विधायकों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को लिखित समर्थन भी प्रदान किया है।
राज्य सरकार के आग्रह पर, राज्य अध्यक्ष ने अब एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल नामित किया है, जो धर्मशाला में मुख्यमंत्री से भेंट कर ज्ञापन प्रस्तुत करेगा तथा समय रहते शीघ्र कार्रवाई का अनुरोध करेगा। प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से यह भी निवेदन करेगा कि वे राज्य अध्यक्ष के साथ शीघ्र बैठक बुलाएँ तथा हिमाचल प्रदेश की एकमात्र मान्यता प्राप्त अर्धसैनिक संघ को आधिकारिक रूप से मान्यता प्रदान करें।
राज्य अध्यक्ष तथा मुख्य संरक्षक एम. एल. ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एन. एल. नेहरू के मार्गदर्शन में, राज्य समिति के सभी सदस्य तथा प्रदेश के सभी जिला अध्यक्ष—हमारे सत्तर और अस्सी वर्ष के वरिष्ठ पूर्व कर्मियों, युद्ध विधवाओं, शहीद परिवारों और उनके बच्चों के कल्याण के लिए निरंतर कार्यरत हैं।
हम अपने सभी अर्धसैनिक बलों से अपील करते हैं कि वे बड़ी संख्या में एकत्रित हों और अपने उद्देश्य के लिए एकजुटता दिखाएँ।











