आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: शहर में पानी की किल्लत को लेकर कांग्रेस ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैै। मंगलवार को शिमला शहरी कांग्रेस ने नगर निगम महापौर के कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया और निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर निगम महापौर सत्या कौंडल को ज्ञापन सौंप कर लोगों को पेश आरही पेयजल की समस्या के समाधान की मांग की।
शिमला शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने कहा कि अभी शिमला में गर्मियां शुरू भी नहीं हुई है लेकिन शहर में पानी का संकट गहरा गया है। कई क्षेत्रों में तीसरे- चौथे दिन लोगों को पानी मिल रहा है। नगर निगम ने शहर के लोगों को 24 घण्टे पानी देने का वादा किया था लेकिन हालात इसके उलट हैं। शहरवासियों को तीन दिन छोड़कर पानी मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि शहर में पर्यटक भी काफी तादात में आ रहे हैं, लेकिन पानी के संकट के चलते पर्यटन कारोबार भी प्रभवित हो रहा है। कोरोना के चलते दो सालों से पर्यटन कारोबार चौपट हो गया था और इस बार जब पर्यटक आ रहे हैं तो शहर में पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है।
जितेंद्र चौधरी ने कहा कि शिमला में चल रही पानी की किल्लत को लेकर कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया गया हैै। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नगर निगम शिमला द्वारा लोगों को पेश आ रही पेयजल की समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो कांग्रेस उग्र आंदोलन शुरू करेगी।
वहीं लोअर बाजार का पार्षद इंदरजीत सिंह ने कहा कि पानी की कमी के कारण हमारे पर्यटन व्यवसाय पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। हिमाचल में अभी पूरी तरह गर्मियां शुरू भी नहीं हुई है लेकिन प्रदेश की राजधानी शिमला में अभी से ही पानी का संकट गहरा गया हैै।
उन्होनें कहा कि इन दिनों शिमला शहरवासी पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं। रोजाना पानी की स्पलाई करने का वादा करने वाली नगर निगम के दावे खोखले साबित होते दिखाई दे रहे हैं क्योंकि लोगों को तीसरे या चौथे दिन पानी की स्पलाई हो रही है। एमसी शिमला को कंपनी से इस बारे में बात कर करनी चाहिए।