आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। क्रिसमस और न्यू ईयर मनाने के लिए देश के हरेक कोनों से पर्यटक राजधानी शिमला की ओर रूख करते हैं। लेकिन इस बार कोरोना काल के चलते और राजधानी शिमला में कोरोना के मामले अधिक आने के कारण शिमला सहित चार जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया हैं जोकि पांच जनवरी तक लागू रहेगा।
ऐसे में पर्यटन कारोबारियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया हैं क्योंकि क्रिसमस और नयू ईयर मनाने के लिए अधिक मात्रा में पर्यटक राजधानी शिमला आते हैं। एक तरह से कहा जाए तो पर्यटक कारोबारियों के आय का मुख्य साधन होते हैं पर्यटक। अब कारोबारियों को यही चिंता सताए जा रही हैं कि कर्फ्यू के बीच क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन कैसे होगा।
उन्हें उम्मीद थी कि सरकार हिमाचल के 4 जिलों में लगाए नाइट कर्फ्यू को 15 दिसंबर के बाद खत्म कर देगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इससे पर्यटन कारोबारी निराश हैं। बीते दिनों हुई अच्छी बर्फबारी के बाद सैलानियों ने शिमला, कुल्लू, मनाली सहित अन्य पर्यटन स्थलों का रुख करना शुरू कर दिया था।
क्रिसमस और न्यू ईयर को लेकर भी सैलानी पूछताछ कर रहे थे। नाइट कर्फ्यू खत्म होने की सूरत में सैलानियों की पर्यटन स्थलों पर क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन की तैयारी थी। अकेले शिमला में क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए होटलों के कमरों की 50 फीसदी तक रिजर्वेशन हो चुकी है। लेकिन अब रिजर्वेशन पर भी असमंजस है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर सैलानी देर रात तक जश्न मनाते हैंए लेकिन रात्रि कर्फ्यू के चलते रात 9रू00 बजे के बाद होटलों से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगीए इसलिए सैलानियों की आमद में भारी कमी आने की संभावना है।
शिमला ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद का कहना है कि नाइट कर्फ्यू नहीं हटाया गया है तो रिजर्वेशन कंफर्म होने पर इसका असर पड़ेगा।