आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला । जहां प्रदेश की राजधानी शिमला में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पधारने का स्वागत है।वहीं दूसरी ओर केंद्र की मोदी सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने पर जिस बेसब्री से सरकारी मशीनरी और धन का दुरुपयोग होने के चलते जश्न की तैयारी चल रही है। यदि डबल इंजन वाली सरकार ने देश और प्रदेश में जनता के ज्वलंत मुद्दों के चलते काम किए होते तो इस तरह की झुटी वाही वाही लूटने की भाजपा सरकार को जरूरत न पड़ती।
मामला चाहे देश खासकर प्रदेश के सर्वांगीण विकास से जुड़ा हो। भाजपा के वादों के मुताबिक स्विस बैंक से कालाधन वापिस लाकर हर भारतीय के खाते में 15-15 लाख डालने का मुद्दा हो। चाहे 2014 के बाद हरसाल में 2 करोड़ बेरोजगारों को नौकरी देने का हो। देश में कमरतोड़ महंगाई को सुलझाने का हो। जैसे की डीजल पेट्रोल रसोई गैस खाद्यान्न वस्तुओं के दामों में भारी वृद्धि का होना।किसानों से जुड़े तमाम मुद्दे खासकर उनके उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य का मुद्दा हो।इस तरह की तमाम ज्वलंत समस्याओं के होने के बावजूद भी यदि मोदी जी के सता में रहते 8 साल पूर्ण होने पर हिमाचल प्रदेश के शिमला में जश्न मनाया जाना कहां तक उचित है यह सोचने वाली बात होगी।
लगता तो ये है कि हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री ठाकुर जय राम जी का विदाई समारोह भी साथ के साथ ही मनाया जाना तय है।
क्योंकि जिस तरह ठाकुर जय राम जी से प्रदेश की जनता ने जो उम्मीदें जताई थी उनकी उन उम्मीदों पर पानी फिर चुका है।
जय राम सरकार से प्रदेश का कोई भी वर्ग खुश नही है।जैसे कि प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को पंजाब पैटर्न पर एरियर समेत 1.1.16 से अदा न करना। बागवानों और किसानों की फसलों के देवी प्रकोप से हुए नुकसान का मुआवजा तक न देना।बिजली पानी शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर के जिस तरह का आलम प्रदेश में बना हुआ है वह देखते ही बन रहा है। शिक्षा प्रणाली और स्वास्थ्य को लेकर के प्रदेश सरकार के सरकारी अस्पतालों का और स्कूलों का जो बुरा हाल है वह आजकल जनता के दरबार में आम आदमी पार्टी द्वारा बारबार उजागर किया जा रहा है।फिर भी डबल इंजन वाली जय राम जी की सरकार अपनी विदाई के चलते और चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की जनता के सम्मुख उनके द्वारा पिछले 4.5 सालो से अभीतक सता सुख भोगते हुए जनता हित में कोई ऐसे पांच काम तो गिनाए जो भाजपा सरकार ने किए हों।उनका शवेत पत्र भी जारी करें।
पानी बिजली और सीमेंट की अगर बात करें तो प्रदेश की धरती पर अपने ही पानी से बिजली को बनाया जा रहा है तथा उसी बिजली को दूसरे प्रदेशों में महंगी दरों में बेचा जा रहा है। दूसरे प्रदेश जैसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार अपने राज्य में इस खरीदी हुई बिजली को दिल्ली की दो करोड़ जनता को मुफ्त मुहया करवा रही है।वही पानी भी फ्री दे रही है । जब कि हिमाचल प्रदेश में बिजली की रॉयल्टी तो छोड़ो सस्ती भी मुहैया नहीं करवाई जा रही है। वही प्रदेश में चार सीमेंट फैक्ट्रियां बाहर के धनाढ्यों द्वारा स्थापित की गई हैं। और हमारे प्रदेश की सोने वर्गी मिटी और चुना पत्थर का खदान कर हिमाचल वासियों को वही सीमेंट का बैग 510/- का पड़ रहा है जब की दूसरे राज्यों में पहुंचकर यही सीमेंट का बैग 350/= रुपयों के आस पास उपलब्ध करवाया जा रहा है। कारण जय राम जी की डबल इंजन सरकार जाने।
वर्तमान प्रदेश सरकार की मिलिभगत के चलते निजी स्कूलों के बच्चो के अभिभावकों से मनमानी फीस की उगाही करवाई जा रही है। ऐसी स्थिति में सीधे सीधे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा। जो एक स्थापित सत्य है।
उसी तरह से प्रदेश के बड़े बड़े विश्वविद्यालयों में नियमो को तक में रख कर भर्ती हो रही है।ये भर्तियां भाई भतीजावाद की भेंट चढ़ रही हैं।
प्रदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय मैं कई विषयों में पीएचडी में अपने नाते रिश्तेदारों को बिना किसी एंट्रेंस के प्रवेश दिया जा रहा है। इसी तरह दूसरे संवैधानिक संस्था जैसे सबोर्डिनेट सिलेक्शन बोर्ड इत्यादि की यदि बात करें तो जे एओ (आईटी) की भरतीयों में धांधली हुई है।पुलिस पेपर लीक मामला, एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती में घोटालो की यदि बात करें तो अभी तक मुख्य आरोपी जो दोषी है जो तंत्र के इशारे पर काम करता होगा और इस पूरे प्रकरण में जो संलिप्त है अभी वो पहुंच से बाहर है। प्रदेश सरकार की एस आई टी सिर्फ छोटे लोगों को ही पकड़ रही है और जनता की आंखों में धूल झोंकी जा रही है।
प्रदेश में निजी क्षेत्र में कई विश्वविद्यालय स्थापित गए हैं।इन विश्वविद्यालय द्वारा लाखों फर्जी डिग्रिया बेची गई है। अभी तक पहुंच वाले लोग स्कॉटफ्री हैं।इसी तरह भाजपा के एक वरिष्ठ नेता और विधान सभा में उपाध्यक्ष जैसे जिम्मेवार पद पर आसीन है ने पहले भी वारदात को अंजाम दिया।अब दूसरी बार स्कूल के एक बच्चे को थपड़ मार कर दादागिरी का एक उदाहरण पेश किया हैं।उनके उपर कोन कार्यवाही करेगा।प्रधानमंत्री जी इसका भी संज्ञान लें।
ग्रामीण क्षेत्रो मे सड़को का पहले ही अभाव हैं और जो सड़के बनी भी हैं उनका बुरा हाल हैं।प्रदेश में पुलो का भी अभाव है। यदि एक आदा पुल बना भी है। जिस पर करोड़ों रुपए खर्च करके वही पुल उद्घाटन से पहले ही ढह जाता है। ये रोहडू जिला शिमला का एक ताजा मामला है। कोन जिम्मेवार है?
कानून और व्यवस्था की यदि बात करें तो प्रदेश में गुड़िया प्रकरण से लेकर के अभी तक जो भी परिस्थितियां बनी है वह भी लोगों के सामने है।
प्रदेश आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता एसएस जोगटा ने डबल इंजन वाली मोदी सरकार के हिमाचल आगमन पर प्रदेश की माली हालत और सर्वांगीण विकास,बेरोजगारी,महंगाई के चलते प्रदेश को कितने पैकेज की घोषणा प्रधान मंत्री जी करने वाले हैं ।प्रदेश की जनता को ऐसे पैकेज का बेसब्री से और उम्मीद से इंतजार रहेगा।
अन्यथा प्रदेश के जयराम सरकार की विदाई का जश्न मनाया जाना ही एकमात्र विकल्प रह जायेगा।
आम आदमी पार्टी का यह भी मानना है कि माननीय प्रधानमंत्री जी ऐसे विदाई समारोह में शिमला के रिज मैदान से देश खासकर प्रदेश की माली हालत को लेकर के तथा प्रदेश के विभिन्न विकासात्मक मुद्दों के मद्देनजर और प्रदेश की जनता के अपर ₹65 हजार करोड़ से ज्यादा का जो कर्जा है वह क्यों हुआ और कहां खर्च हुआ इसका भी प्रधान मंत्री जी संज्ञान लेंकर हिसाब लें।
साथ ही प्रदेश में भ्रष्टाचार का जो अंबार लगातार बढ़ता जा रहा है उसकी चिंता भी प्रधानमंत्री जी को करनी होगी। क्योंकि प्रदेश के मुख्य सचिव खुद ही भ्रष्टाचार में सनलिप्त है और जय राम जी स्वयं ही उनको बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
इससे शर्मयाम झलकता है कि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव जो प्रदेश सरकार में सर्वे सर्वा और कर्णधार होते हैं वो खुद ही भ्रष्टाचार की अनदेखी कर रहे हैं? तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि निचले स्तर के अधिकारियो का क्या आलम होता होगा।
इन तमाम पहलुओं के मध्यनजर मोदी जी का क्या कहना होगा और वे इसे किस तरह से लेते होंगे। इसका इंतजार रहेगा।
(एसएस जोगटा),
प्रवक्ता आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश।