आदर्श हिमाचल ब्यूरो
ऊना: हिमाचल प्रदेश महिला आयोग द्वारा प्रायोजित जिला स्तरीय पोषण माह के तहत आज महिलाओं के अधिकारों बारे जागरूकता पैदा करने बारे जोल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता चिंतपूर्णी के विधायक बलबीर सिंह ने की। इस दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्य इंदु बाला, हिमाचल प्रदेश राज्य बाल अधिकार आयोग की अध्यक्षा वंदना योगी व सक्षम गुडिया बोर्ड की सदस्य देवकला उपस्थित रही।
चिंतपूर्णी विधायक बलबीर सिंह ने कार्यशाला में बच्चों से संबंधित आंकड़ों पर चर्चा की जो एनएफएचएस-5 फ्रेमवर्क रिपोर्ट में एक संग्रह था। उन्होंने गोद भराई और अन्नप्राशन जैसे कार्यक्रमों के आयोजन पर बल दिया ताकि हमारी पारंपरिक संस्कृति की रक्षा और पोषण किया जा सके। उन्होंने आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के कार्यों की न केवल प्रशंसा की बल्कि अन्य विभागों से संबंधित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करने के लिए उनका मार्गदर्शन भी किया। उन्होंने घर पर गाय पालन को बढ़ावा देने के साथ-साथ विभिन्न बीमा योजनाओं को बढ़ावा दिया ताकि कुपोषण को कम करने का एक साझा लक्ष्य हासिल किया जा सके।
गरिमा योजना के अंतर्गत दो माता-पिता जिन्होंने केवल बच्चियों को गोद लिया है तथा दो माता-पिता जिन्होंने अपनी बच्चियों की उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण लिया है, उन्हें 21-21 हजार रुपये की एफडीआर द्वारा सम्मानित किया गया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत चिंतपूर्णी विधायक बलबीर सिंह ने जोल मार्किट के दुकानदारों को बच्ची के नाम पर 19 बोर्ड प्रदान किए। इसके अलावा उज्ज्वला योजना के तहत 22 लाभार्थियों को गैस कनेक्शन वितरित किए गए।
कार्यक्रम के दौरान पांच गर्भवती महिलाओं को उनकी गोद भराई मनाकर सम्मानित किया गया और पांच बच्चों का अन्नप्राशन किया गया। इस दौरान चिंतपूर्णी विधायक बलबीर सिंह ने पोषणता की शपथ भी दिलाई। इस दौरान धुंदला ब्लाॅक की आंगनवाड़ी कार्यकत्ताओं ने पोषण अभियान के संदेश को फैलाने के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया। इन सांस्कृतिक गतिविधियों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने गीतों और कविताओं के माध्यम से राष्ट्रवाद और हिंदी भाषा के प्रति महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया। कार्यक्रम में पौष्टिक व्यंजनों को प्रदर्शित किया गया और उपस्थित लोगों और मुख्य अतिथियों को भी वितरित किया गया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य बाल अधिकार आयोग की अध्यक्षा वंदना योगी ने सभी लोगों को बच्चों व महिलाओं के अधिकारों बारे जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की संस्कृति में हमारी महिलाएं अपने विचार व्यक्त करने के लिए आत्मनिर्भर और स्वतंत्र है।
हिमाचल प्रदेश सक्षम गुड़िया बोर्ड की सदस्य देवकलां ने महिलाओं और लड़कियों के पोषण पर बल दिया ताकि हमारा देश समृद्धि की ओर अग्रसर हो सके। इसके अतिरिक्त इंदु बाला ने महिलाओं में एनीमिया में वृद्धि के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की और पोषण 2.0 के लक्ष्यों के बारे में बताया जिसमें सक्षम आंगनवाड़ी केंद्र, पोषण अभियान, किशोर लड़कियों के लिए योजना और राष्ट्र शिशु गृह योजना शामिल हैं।