आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला । सेंट थॉमस विद्यालय में दिनांक 11 व 12 मार्च,2025 को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा दो दिवसीय समावेशी शिक्षा विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य अध्यापकों को समावेशी शिक्षा देना था। मुख्य वक्ता व सीबीएसई संसाधन व्यक्ति के तौर पर मंजीत जौहर और नीतू झाटा ने इस दो दिवसीय सम्पूर्ण कार्यशाला का संचालन किया।

कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्वलित कर किया गया। अतिथियों का स्वागत स्कूल की प्रधानाचार्या विधुप्रिया चक्रवर्ती व उप- प्रधानाचार्या शैरन नंदा दवारा किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या विधुप्रिया चक्रवर्ती ने सम्पूर्ण कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण भी सभी के समक्ष प्रस्तुत किया।
इस कार्यशाला में सेंट थॉमस विद्यालय के अलावा आसपास के क्षेत्र के विद्यालयों के शिक्षकों ने भी हिस्सा लिया। जिसमें ट्रिनिटी इंटरनेशनल स्कूल फागु , राष्ट्रीय मिलिट्री विद्यालय चायल, राजा दिलीप सिंह मेमोरियल विद्यालय हलोग , द गुड शेफरेड़ स्कूल सोलन शामिल थे। कार्यशाला में क्षेत्र भर के विभिन्न स्कूलों के 60 शिक्षकों ने भाग लिया।

इस दो दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों के समावेशी शिक्षण को सीखने के कौशल को बढ़ाना था, जिससे वे अपने छात्रों को उच्च गुणवत्ता और समावेशी शिक्षा प्रदान करने में सक्षम हो सकें। इसके साथ ही इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सभी छात्र, चाहे उनकी क्षमता या जरूरतें कुछ भी हों, सभी एक ही कक्षा में और एक ही विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर सकें और विशेष आवश्यकताओं वाले छात्रों को भी सामान्य छात्रों के साथ शामिल किया जाए , न कि अलग-अलग रखा जाए।
इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता व सीबीएसई संसाधन व्यक्ति के तौर पर उपस्तिथ मंजीत जौहर और नीतू झाटा द्वारा दो दिन में इन मुख्य बिंदुओं पर विचार-मंथन किया गया जिसमे समावेशी शिक्षा किस तरह प्रदान की जाये , विकलांगता के 21 प्रकारों का वर्णन , पीडब्ल्यूडी एक्ट, तथा विकलांगता अधिकार इत्यादि की जानकरी दी और बिना कसी भेदभाव के सभी को बढ़ावा देने की भी बात कि।अंत में सेंट थॉमस विद्यालय की एसटीएन्सी अंशुल शर्मा ने सीबीएसई संसाधन व्यक्तियों व अन्य विद्यालयों से आये शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
इसके अतिरिक्त प्रधानाचार्या विधुप्रिया चक्रवर्ती ने सम्पूर्ण कार्यशाला के सफलतापूर्वक आयोजन के होने पर सभी को बधाई दी और उन्होंने यह भी कहा कि सीबीएसई सीबीपी का भविष्य में भी इसी प्रकार आयोजन किया जाएगा।