पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती बद्दी की एक महिला की मौत के बाद रिपोर्ट पाजिटिव, परिवार के दस लोगों को किया क्वारंटाइन

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 आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

शिमला/सोलन/मंडी। प्रदेश के बद्दी की रहने वाली एक महिला की पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई है। मौत के बाद महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। महिला हृदय रोग से ग्रस्त थी। जानकारी के अनुसार बद्दी के निकट सनसिटी कालोनी की 52 वर्षीय महिला सोमवार को एक निजी अस्पताल में दवा लेने गई थी। वहां से उसे आराम नहीं मिला तो वह पीजीआई चंडीगढ़ चली गई, जहां इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। बाद में उसका कोरोना टैस्ट करवाया गया तो उसकी रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई है।

महिला का पति साई रोड बद्दी के निकट एक धागा मिल में काम करता है। मूलत: यह परिवार राजस्थान से आया हुआ है। अब महिला के पति, उसके बच्चों व पोते-पोतियों के भी टैस्ट करवाने होंगे ताकि हालात काबू में रहें। मृतका के पति ने बताया कि अभी हम पीजीआई में हैं और पत्नी का शव लेने के बाद उसके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं।

सीएमओ सोलन डॉ. एनके गुप्ता ने बद्दी की महिला की पीजीआई चंडीगढ़ में कोरोना से मौत होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मृतका के परिवार के सभी 10 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। उनके साथ योगा करने वाले एक परिवार को भी आइसोलेशन में रहने को कहा गया है।

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कोरोना के आगे रिश्ते-नाते सब बेबस हैं। संधोल तहसील में संक्रमण के कारण जिस महिला की मौत हुई, उसके अंतिम संस्कार में अपने भी शामिल नहीं होंगे। मृतका का पूरा परिवार पॉजिटिव है। उसका एक बेटा न्यूजीलैंड, पत्नी संधोल में रहती है और एक बेटा मंडी में रहता है। मंडी में रहने वाला बेटा, उसकी पत्नी और दोनों बच्चे पॉजिटिव हैं, जिससे महिला के अंतिम संस्कार में परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हो सकेगा। इस कारण मंडी में रहने वाले बेटे का दोस्त मुखाग्नि देगा।

वहीं आईजीएमसी में कोरोना पॉजिटिव मृतक का दाह संस्कार मंगलवार को कनलोग में किया गया। मृतक के शव को सुबह 11.30 बजे के करीब आईजीएमसी से ले जाया गया। मृतक की बेटी पिता का शव लेने अस्पताल आई थी। उधर, मालरोड से जब लोगों को कोरोना पॉजिटिव का शव ले जाने का पता चला तो वे भयभीत हो गए। इनका कहना था कि यहां से शव ले जाया गया, उस सारे रास्ते को सैनिटाइज करना चाहिए था।

निगम की ओर से कनलोग तक पूरे रास्ते में सैनिटाइजेशन का कार्य नहीं किया गया। निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर चेतन चौहान ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव का शव गाइडलाइन के मुताबिक ही श्मशानघाट तक ले जाया गया। कोरोना पॉजिटिव का शव एक बैग में होता है और बैग से किसी भी तरह का फ्लूड बाहर एक्सपोज नहीं होता है। शव को गाड़ी में चढ़ाने और उतारते वक्त उसी जगह को सही तरीके से सैनिटाइज किया गया है।