करीब आठ माह तक मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद होने के कारण नहीं कर पाए माँ के दर्शन
विशेषर नेगी
रामपुर। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक भीमा काली माता मंदिर दर्शन के लिए लोगों का धीरे धीरे आना-जाना शुरू हो गया है। हालांकि कोरोना के भय से बाहरी प्रदेशो से श्रदालु दर्शन के लिए नहीं आ रहे है। लगभग 8 माह तक मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद होने के कारण मां के भक्त दर्शन नहीं कर पाए थे। जैसे ही सरकार के दिशा निर्देशों के आधार पर मंदिरों को खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई उस के बाद माँ के दर्शन से वंचित हुए आस पास के इलाको के भक्त सराहन भीमा काली दर्शन के लिए पहुंच रहे है। उल्लेखनीय हैकि सामान्यतः भीमा काली दर्शन के लिए सराहन में काफी भीड़ रहती है और इसी कारण व्यापारिक गतिविधियां भी होती है। लेकिन कोरोना के कारण लोगों की आवाजाही पर सराहन में ब्रेक गई थी।
ननखरी से बीमा काली मंदिर दर्शन के लिए आए दीपक मेहता ने बतायाकि लॉकडाउन के चलते काफी समय हुआ था मां के दर्शन नहीं कर पाए थे। अब मंदिर खुलने के बाद मां के दर्शन के लिए भीमा काली मंदिर आए हैं।
सराहन निवासी रमन कुमार ने बताया की हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्धशक्तिपीठों में से एक भीमा काली मंदिर की काफी मान्यता है। पिछले 8 माहसे मंदिर बंद होने के कारण सारी गतिविधियां ठप पड़ गई थी। सराहन मंदिरर्गदर्शन करने वालों की वजह से ही भीड़ लगती है। यहाँ देश प्रदेश केविभिन्न हिस्सों से लोग मां काली दर्शन करने आते हैं। अब सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार मंदिर खुल गए हैं। लेकिन भीड़ काफी कम है।
मंदिर पुजारी हेम ने बताया कि 23 मार्च को भीमा काली मंदिर बंद हुआ था और उसके बाद 10 सितंबर को खुला है। लोग अब भी आने से कतरा रहे हैं, कोरोना का लोगो में भय है , हालात के अनुकूल नहीं है। बाहर से लोग बिल्कुल नहीं आ रहे हैं। दर्शन के लिए आसपास के इलाकों से ही लोग आ रहे है।