ग्लोबल आयोडीन अल्पता विकार दिवस पर दीन दयाल अस्पताल में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को किया गया प्रशिक्षित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुरेखा की अध्यक्षता में आज दीन दयाल अस्पताल में ग्लोबल आयोडीन अल्पता विकार दिवस के उपलक्ष्य पर स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तथा आशा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक का आयोजन किया गया
उन्होंने बताया कि आयोडीन अल्पता विकार एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है। उन्होंने बताया कि नमक में आयोडीन की कमी होने से थकान, कमजोरी, गर्भपात, भैगापन, मंदबुद्धि, विकलांगता, बौनापन और बहरापन होता है। मानव शरीर की थायरायड ग्रंथि को ठीक प्रकार से काम करने के लिए आयोडीन की आवश्यकता होती हैे और इसकी कमी से घंेघा या गोयटर भी हो सकता है।
उन्होंने बताया कि इस बीमारी में गर्दन में थायरायड ग्रंथि वाले स्थान पर सूजन आ जाती है। आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए आयोडीन युक्त नमक व खाद्य पदार्थ जैसे रोस्टेड आलू, ब्राउन राईस ,सी फूड, टूना फिश, दूध तथा दही आदि लेना जरुरी है। उन्होंने बताया कि हमारे शरीर को प्रतिदिन अपने आहार में 100 से 150 माइक्रोग्राम आयोडीन की आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक श्री दिलसुख ने नमक में आयोडीन की जांच का नमूना देकर आशा कार्यकर्ता को प्रशिक्षित किया।