किन्नौर: हिमाचल प्रदेश में महज 15 दिनों के भीतर यह दूसरा बड़ा भूस्खलनका हादसा है जिसमें अबतक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, और 13 लोगों को रेस्क्यू किया जा चूका है, बता दें की अभी भी करीब 25 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. यह हादसा किन्नौर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर चौरा और निगुलसारी के बीच बुधवार को भारी भूस्खलन आ जाने के कारण हुआ जिसमें एक एचआरटीसी बस (रूट: रिकांग-पियो से हरिद्वार), दो कारें, एक यात्री वाहन (टाटा सूमो) और एक ट्रक चपेट में आ गया.
अधिकारियों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन स्थल से चार और शव बरामद किए गए, जहां गुरुवार तड़के खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू हुआ, जिससे मरने वालों की संख्या 14 हो गई.
किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि बचाव अभियान आज फिर शुरू होने के बाद मौके से चार और शव बरामद किए गए. डीसी ने कहा कि अब तक चौदह शव निकाले जा चुके हैं और बचाव कार्य जारी है.
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि इस बीच हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बस, जो अन्य वाहनों के साथ मलबे में दब गई, बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में मिली है. हालांकि, एक बोलेरो का अभी भी पता नहीं चल सका है.
इस बीच, बस के क्षतिग्रस्त अवशेषों के पास से बचावकर्मियों का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है जिसमें एक बचावकर्मी ने यह कहते सुना कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 17वीं बटालियन के बचाव दल ने बस को ढूंढ लिया. एक अन्य बचावकर्मी ने कहा कि ऑपरेशन को आगे बढ़ाने के लिए दस्ताने लाए जाने चाहिए.
मोख्ता ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस और होमगार्ड के सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा बचाव कार्य सुबह छह बजे फिर से शुरू हुआ.
अधिकारियों ने बुधवार को रात करीब 10 बजे ऑपरेशन स्थगित कर दिया था. एचआरटीसी की बस, जो रिकांगपियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी, बुधवार दोपहर के आसपास निचार तहसील के निगुलसारी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग -5 पर चौरा गांव के पास भूस्खलन के बाद बोल्डर की चपेट में आ गई.
बुधवार को दस शव बरामद किए गए, जबकि 13 अन्य को चोटों से बचा लिया गया. कई अन्य लोगों के अभी भी मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है, हालांकि सटीक संख्या ज्ञात नहीं थी. इससे पहले, भावनगर स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) ने कहा कि लगभग 25 से 30 लोग मलबे में दबे हुए हैं.
जब शुरुआती रिपोर्ट आई, तो हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने राज्य विधानसभा को बताया कि मलबे के नीचे 50-60 लोगों के फंसे होने की आशंका है, लेकिन सही संख्या का पता नहीं चल पाया है.
किन्नौर के उपायुक्त ने कल भी पीटीआई को बताया था कि बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे. बुधवार को खोज एवं बचाव अभियान के दौरान आठ मृतकों को टाटा सूमो टैक्सी में फंसा पाया गया.
उन्होंने कहा कि पथराव के कारण एक ट्रक नदी के किनारे लुढ़क गया और चालक का शव बरामद कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि कल एक कार भी क्षतिग्रस्त हालत में मिली थी लेकिन उसमें कोई नहीं मिला.