प्रदेश की संस्कृति को बढ़ावा देने वाले 12 स्कूल होंगे सम्मानित, साथ विद्यार्थी पढ़ेंगे हरियाणा का गौरवशाली इतिहास

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कैथल: जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा ने हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय कार्य करने वाले जिले के 12 स्कूलों को सम्मानित करने की घोषणा की है. जिसके तहत प्रदेश सरकार के मार्गदर्शनानुसार स्कूली विद्यार्थियों को प्रदेश की संस्कृति से रुबरु करवाने के जिले के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों ब्लॉक स्तर पर दो-दो स्कूलों का चयन किया जाएगा. डीईओ श्री अनिल शर्मा अनुसार वर्ष 2021 में विद्यार्थियों को ऑनलाइन व ऑफलाइन हरियाणा के संक्षिप्त परिचय के अलावा, हरियाणवी स्वर-व्यंजन, राज्य के प्रतीक चिन्हों, पड़ोसी राज्यों, देश के संदर्भ में हरियाणा का स्थान, प्रदेश में प्रथम पुरुष-महिलाओं, प्रदेश के इतिहास, नामकरण/ गठन, वर्तमान शहरों के प्राचीन नाम, भौगोलिक क्षेत्रों के उपनाम, प्राचीन अवशेषों के प्राप्ति स्थल, सीसवाल संस्कृति व सिन्धु घाटी सभ्यता के क्षेत्रों, राज्यों के ऐतिहासिक टीलों, 1857 की क्रांति व स्वतंत्रता प्राप्ति में प्रदेश के योगदान के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराया जाएगा.

डीईओ अनिल शर्मा ने कहा कि जिला स्तर पर मिलेगा मिलेगा सम्मान

उनके अनुसार विद्यार्थियों को कक्षा स्तर के अनुसार कक्षा चार से लेकर दस जमा दो तक प्रदेश की भौगोलिक संरचना, मिट्टी के प्रकार, कृषि व पशुपालन, सिंचाई व्यवस्था, उत्पादन में जिलावार स्थिति, बागवानी, प्रमुख फल एवं उत्पादन क्षेत्र, प्रमुख सब्जियां एवं उत्पादन क्षेत्र, फसल मसालों एवं उत्पादन, प्रमुख उद्योग एवं उत्पादन क्षेत्रों, प्रमुख खनिज व उनके प्राप्ति स्थानों, ऊर्जा संसाधन, वन्य सम्पदा, वन्य जीव संरक्षण, हरियाणा के राष्ट्रीय उद्यानों, प्रदेश के संरक्षण रिजर्व, प्रदेश सामुदायिक संरक्षण क्षेत्रों, प्रशासनिक व्यवस्था, कानून व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था, रेलवे, मेट्रो परियोजनाओं, वायु परिवहन, नगर निकाय पंचायती राज, नगर निकायों, हरियाणा के पर्यटन स्थलों, वेशभूषा, आभूषण, लोक नृत्यों, हरियाणा में मूर्तिकला, प्रमुख लोकगीत, लोक वाद्य यंत्र, हरियाणा के लोक नाट्य, प्रमुख सांगी एवं उनकी रचनाएं, हरियाणवी सिनेमा, बॉलीवुड में हरियाणा, प्रमुख मेले एवं पर्व-उत्सव, खेल-खिलाड़ी, खेल पुरस्कार व सम्मान, राज्य के शिक्षण संस्थानों सहित हरियाणवीं शब्दावली से संबंधित शब्द व भाषा साहित्य के बारे में संक्षिप्त रुप से अवगत करवाने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के इस प्रयास से विद्यार्थी विधानसभा, वर्तमान मंत्रिमंडल, संसद में प्रदेश का प्रतिनिधित्व, हरियाणा के राज्यपाल, हरियाणा के मुख्यमंत्रियों, प्रशासनिक संरचना, प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के ब्रांड एम्बेसडर, भूकंप प्रभावित जोन, पानी की किल्लत वाले जिलों, प्रदेश की जलवायु, वर्षा, तापमान, आर्द्रता, जिलेवार सभी जिलों की विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.

तीन चरणों में होगी प्रतियोगिता

विद्यार्थियों को प्रदेश के गौरवशाली इतिहास व वर्तमान उपलब्धियों से रुबरु करवाने के मकसद से स्कूल से लेकर जिला स्तर पर हरियाणा को जानो नामक प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा. यह प्रतियोगिता तीन चरणों में होगी. प्रतियोगिता के पहला चरण स्कूल स्तरीय होगा. उसमें चयनित छह विद्यार्थियों को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा. इसके लिए कक्षा चार व पांच के लिए एक ग्रुप, कक्षा छह, सात व आठ के लिए दूसरा, कक्षा नौवीं व दसवीं के लिए तीसरा व कक्षा 11वीं व 12वीं के लिए चतुर्थ ग्रुप बनाया जाएगा.

हरियाणवी परम्पराओं से संबंधित चित्र

मैप से समझ सकेंगे बारीकी

जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा के अनुसार प्रदेश में होने वाली वर्षा, मिट्टी, जलवायु, तापमान, भूकम्प संभावित क्षेत्रों, एन.सी.आर. में शामिल जिलों, ड्रोक जोन में तब्दील होते ब्लॉकों, विधानसभा व लोकसभा क्षेत्रों सहित डेढ़ दर्जन से अधिक विषयों को मानचित्रों के साथ दिया गया है. वो भी पूर्ण रूप से रंगीन. इससे विद्यार्थी प्रदेश के प्रत्येक जिले व दूसरे गहन विषयों को आसानी से समझ सकेंगे.

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विद्यार्थियों को क्या होगा लाभ

जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा के अनुसार अध्यापकों के प्रयासों से जहां विद्यार्थी प्रदेश के इतिहास से रुबरु होंगे, वहीं भविष्य में होने कॉम्पिटिशन एग्जाम में उन्हें इसका सीधा लाभ मिलेगा. इस पुस्तक को वैज्ञानिक सिद्धांतों के हिसाब से तैयार किया गया है. इससे विद्यार्थियों को बौद्धिक विकास भी होगा. साथ ही वे हरियाणवी शब्दावली व संस्कृति के प्रत्येक पहलुओं को भी नजदीक से जान पाएंगे.