अपडेट: नाल्डा गांव में चंद्रभागा नदी के सर्वेक्षण के लिए पहुंची टीम, जानिए क्या कहा

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लाहौल स्पीति: आपदाओं से जूझ रहे हिमाचल में बीते कुछ दिनों पहले लाहुल की पाटन घाटी के नालड़ा गांव में पहाड़ी टूटने से चंद्रभागा नदी का बहाव रुक गया था. नदी के अवरुद्ध हो जाने की वजह से वहां नदी ने डैम का स्वरूप लेना शुरू कर दिया था. प्रशासन को सुचना मिलते ही नालड़ा गांव को एहतियातन तौर पर खाली कर दिया था. साथ ही नदी तट पर बसे गए के गांव को भी खाली करने के निर्देश दे दिए थे. इस ख़बर में एक बड़ी अपडेट ये है कि कल बीते रविवार एक टीम मौके पर सर्वेक्षण के लिए भेजी गई थी.

नेगी, नायब तहसीलदार, उदयपुर ने आज (15 अगस्त 2021) दोपहर 1 से 2 बजे के बीच चंद्रभागा नदी पर लैंड स्लाइड साइट का दौरा किया. उन्होंने पाया है कि नदी द्वारा पहले ही 50% से अधिक रुकावट प्राकृतिक रूप से हटा दी गई है. रुकावट वाले स्थान पर प्रवाह का वेग 6 से 7 m/s की सीमा में है. फिलहाल स्थिति सामान्य होती दिख रही है, लेकिन आगे की स्लाइड के लिए प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है.

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लैंड स्लाइड के कारण, लगभग 20 मीटर चौड़ाई और लगभग 45 से 50 मीटर लंबाई की एक प्राकृतिक बेंच बन गई है जो आगे लैंड स्लाइड के कारण गिरने वाली सामग्री को समायोजित करने के लिए जगह प्रदान करेगी. फिसलने वाले मैदान का अवतल आकार आगे की स्लाइडिंग सामग्री को समायोजित करने के लिए कुछ स्थान भी प्रदान करेगा. इसलिए, उसी स्थान पर लैंड स्लाइड के मामले में नदी के आगे पूर्ण रुकावट की संभावना कम है. फिसलने वाली सामग्री में अधिकांश महीन दाने होते हैं और आगे नदी में आने वाली कोई भी सामग्री बहते पानी से बह जाएगी.

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इस टीम में (एनएनआरई, निदेशक, सीडब्ल्यूसी),  पीयूष रंजन, निदेशक, सीडब्ल्यूसी, शिमला, रोहित शर्मा, सहायक आयुक्त, केलांग, कर्नल अरुण, भारतीय सेना, संदीप कुमार रावल, निरीक्षक, एनडीआरएफ, रामचंद्र रहे.