मंडी: पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम ने एक बड़ा बयान देते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि आगामी उपचुनावों में उनके पोते आश्रय शर्मा सबसे प्रबल देवेदार हैं. उनका कहना है कि उनका पोता आश्रय शर्मा 2019 लोकसभा चुनावों में मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा चुके हैं इस लिहाज से इस बार भी उपचुनावों में उसकी सबसे प्रवल दावेदारी बनती है.
पंडित सुखराम ने बताया कि अभी वह दिल्ली में रह रहें हैं और जल्द ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित अन्य प्रमुख नेताओं से मुलाकात करके उनके समक्ष अपनी बात रखेंगे.
उन्होंने अपने पोते का पक्ष लेते हुए कहा कि आश्रय शर्मा एक युवा और जुझारू नेता है, हार-जीत चलती रहती है. यदि पिछले चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा है तो इसका मतलब यह नहीं कि भविष्य में फिर कभी पार्टी की तरफ से उसे टिकट नहीं मिलेगा. मंडी संसदीय क्षेत्र का मुझे भी कई बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है. यहां के लोग कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के साथ जुड़े हुए हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों में लोगों को जो झूठे सपने दिखाए गए थे, उसका लोगों को अब सही ढंग से पता चल गया है. ऐसे में अब यहां से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है.
बता दें की उन्होंने यह बात हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर द्वारा प्रतिभा सिंह को सर्वमान्य प्रत्याशी घोषित किए जाने पर कही है. अभी बीते दिनों सुखराम ने एक प्रेस बयान में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को नसीहत देते हुए कहा था कि, “कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप राठौर मंडी संसदीय सीट पर होने वाले उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रतिभा सिंह के नाम पर मुहर लगा रहें है, लेकिन कुलदीप राठौर के के पास यह हक़ नहीं है कि वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी की टिकट बांट सकें. वह यह भूल गए हैं कि टिकट किसे देना है और किसे नहीं, यह पार्टी हाईकमान का अंदरूनी फैसला होता है. टिकट पार्टी हाईकमान के निर्णय पर दिया जाता है न कि मीडिया में बयान देकर.”
पंडित सुखराम ने कहा कि इस प्रकार के बयान देकर कुलदीप राठौर दूसरे दावेदारों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर रहें हैं, जोकि उचित नहीं हैं. मेरा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को सुझाव है कि वह पार्टी की अंदरूनी बातें और पार्टी के अंदर ही चर्चा आलाकमान को ही तय करने दें. साथ ही सार्वजनिक रूप से ऐसे बयान देने और बातें करने से बचें.