शिमला में वीकेंड पर उमड़ा पर्यटकों का जनसैलाब, बिना मास्क घूम रहे पर्यटकों से बढ़ा संक्रमण का खतरा

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शिमला: सूबे के राजधानी शिमला में वीकेंड (सप्ताहांत) पर पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. अन्य राज्यों से पर्यटक बड़ी संख्या में शिमला पहुंच रहे हैं. शिमला के रिज मैदान और माल रोड पर सैलानियों का सैलाब उमड़ा है.

सैलानियों के आने से पर्यटन नगरी में होटलों में अच्छी खासी आक्यूपेंसी देखने को मिल रही है. राजधानी में वीकेंड पर 80 से 90 फीसद, जबकि आम दिनों में 40 से 50 फीसद आक्यूपेंसी दर्ज की जा रही है. पर्यटकों की बढ़ती भीड़ एक तरफ जहां कारोबारियों के लिए राहत देने वाली है, वहीं दूसरी ओर इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बना हुआ है. ऐसे में पर्यटकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है.

पुलिस व होमगार्ड के जवान वीकेंड पर सुबह से लेकर शाम तक लोगों को कोरोना संबंधी जारी किए गए नियमों का पालन करवाने के लिए जागरूक करते रहे. पर्यटकों को मास्क न पहनने पर चेतावनी दी गई और न मानने वालों के चालान भी काटे गए. कोरोना के कारण दो साल से पर्यटन व्यवसाय मंदी की मार झेल रहा था. पिछले कुछ महीनों से कोरोना संक्रमण से हल्की राहत मिलने से कारोबार बढ़ना शुरू हुआ है.

बिना मास्क घूम रहे पर्यटकों से संक्रमण का खतरा

रिज मैदान व आस पास के पर्यटन स्थलों पर पर्यटक बिना मास्क के घूम रहे हैं. इससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ सकता है. अधिकतर लोग फोटो खिचवाते समय भी मास्क का प्रयोग नहीं करते उन पर प्रशासन सख्ती बरत रहा है. संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन ने सख्ती की है. रिज व मालरोड पर पर्यटकों व स्थानीय लोगों को संक्रमण के खतरे के प्रति जागरूक किया जा रहा है.

वीकेंड पर भरी शहर की पार्किंग

स्थानीय लोगों के साथ शहर में सैलानियों की आवाजाही बढ़ने पर पार्किंग भी अब भरने लगी है. नगर निगम और पीपीपी मोड की पार्किंग समेत बाकी पार्किंग में वाहनों की संख्या 80 फीसद से अधिक हो गई है. इससे पार्किंग चला रहे ठेकेदारों को भी खूब कमाई होने लगी है. पर्यटन कारोबारियों में उत्साह विशेषकर वीकेंड पर बड़ी संख्या में सैलानी शिमला का रुख कर रहे हैं. शहर में सैलानियों से रौनक बढ़ गई है. इससे होटलों में आक्यूपेंसी बढ़ गई है. दो वीकेंड से शहर के होटलों में आक्यूपेंसी 80 से 90 फीसद चल रही है. पर्यटन स्थलों पर कारोबार करने वाले कारोबारी टैक्सी आपरेटर, गाइड, टूर आपरेटर, घोड़ा संचालक, फोटोग्राफर सभी काफी उत्साहित हैं. कुफरी, नारकंडा, मशोबरा, नालदेहरा में भी सैलानियों की चहल-पहल बढ़ने से पर्यटन कारोबारी खुश हैं. हालांकि कोरोना की मार के कारण दो साल से नुकसान झेल रहे पर्यटन कारोबारी अभी पूरी तरह नहीं उबर पाए हैं.