मुख्य मंत्री ने राज्य की 457 पंजीकृत गौशालाओं को 23 करोड़ रुपए के चैक सौंपे

‘गोधन’ के उचित रख-रखाव के लिए पंजाब गौ सेवा आयोग की सराहना

गौशालाओं के 19 करोड़ रुपए के बिजली बिल माफ करने की घोषणा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

 

चंडीगढ़: गौशालाओं के उचित रख-रखाव और कीमती ‘गोधन’ की देखभाल को युनिश्चित बनाने के मंतव्य से पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज राज्य की 457 पंजीकृत गौशालाओं को 5-5 लाख रुपए (कुल 23 करोड़ रुपए) के चैक सौंपने के अलावा इन गौशालाओं के 19 करोड़ रुपए के बिजली बिलों को माफ करने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस सम्बन्धी नोटीफिकेशन पहले ही जारी किया जा चुका है।

 

इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने वित्तीय सहायता के उचित प्रयोग करने की अपील की, जिससे बेहतर ढंग से ‘गोधन’ के प्रबंधन को सुनिश्चित बनाया जा सके। जिनका सही ढंग से प्रबंधन किया जा सकता है।

 

इस बात को दोहराते हुए कि गौशालाओं के लिए उनके दरवाज़े हमेशा खुले हैं, मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि गौशालाओं को हमेशा साफ़-सुथरा रखा जाना चाहिए। चन्नी ने कहा, ‘‘सडक़ों पर कोई भी आवारा गाय नहीं होनी चाहिए। यदि कोई गोधन सडक़ों पर है तो उसे गौशालाओं की देख-रेख अधीन लाया जाए।’’ उन्होंने आगे कहा कि इससे हादसों की संख्या भी घटेगी।

 

उन्होंने ‘गऊमाता’ की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने के लिए पंजाब गौ सेवा आयोग के साथ-साथ विभिन्न गौशाला प्रबंधक समितियों की भी सराहना की।

 

इस मौके पर अपने संबोधन में लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि गौ सेवा, पूजा का एक उत्तम रूप है और उन्होंने गोधन की उचित देख-रेख के लिए विभिन्न गौशाला प्रबंधकों की सराहना की। उन्होंने बिजली के बिलों को घटाने के लिए गौशालाओं में सोलर पैनलों का प्रयोग करने की भी वकालत की।

 

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों संबंधी मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा कि सिफऱ् मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने ही गौशालाओं के प्रभावशाली प्रबंधन के लिए चिंता व्यक्त की है और उन्होंने ‘गोधन’ के लिए अपार सत्कार दिखाया है।

 

पंजाब गौ सेवा आयोग के चेयरमैन सचिन शर्मा ने बताया कि आयोग द्वारा अब तक 150 ‘गौ कल्याण’ कैंप लगाए जा चुके हैं, जिससे गौमाता के स्वास्थ्य और साफ़-सफ़ाई को सुनिश्चित बनाया जा सके और गौशालाओं की उचित देख-रेख के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है।

 

इस मौके पर अन्यों के अलावा पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन विभाग की विशेष मुख्य सचिव रवनीत कौर और मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव रवि भगत भी उपस्थित थे।