आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी। भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव भारत के वे सच्चे सपूत थे, जिन्होंने अपनी देशभक्ति और देशप्रेम को अपने प्राणों से भी अधिक महत्व दिया और मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर कर गए। 23 मार्च यानि, देश के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों को हंसते-हंसते न्यौछावर करने वाले तीन वीर सपूतों का शहीद यह दिवस न केवल देश के प्रति सम्मान और हिंदुस्तानी होने को गौरव का अनुभव करवाता है, बल्कि वीर सपूतों के बलिदान को भीगे मन से श्रृद्धांजलि देता है।
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इसी कड़ी में मंडी में सीटू संबंधित विभिन्न संगठनों ने इस दिवस पर मंडी के सेरी मंच शहीदों को याद किया और शहर में कैंडल मार्च निकालकर शहीदों की शहादत को नारे लगाकर याद किया। नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष सुरेश सरवाल ने कहा कि भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु ने आजादी दिलाने में युवाओं को प्रेरित किया है और आज हम सभी युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए देश हित मे कार्य करने का संकल्प लें उन्होंने कहा कि इस कैंडल मार्च का यही उद्देश्य है ताकि देश के युवा शहीदों के बताए मार्ग पर चलें।