।एसजेवीएन बीकानेर सौर परियोजना से पंजाब को 500 मेगावाट सौर ऊर्जा की आपूर्ति करेगा

SJVN to supply 500 MW of solar power to Punjab from Bikaner Solar Project

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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 शिमला । नन्‍द लाल शर्मा, अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड, (पीएसपीसीएल) पटियाला, पंजाब के साथ 500 मेगावाट सौर विद्युत के लिए एक विद्युत उपयोग करार (पीयूए) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस 500 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति एसजेवीएन द्वारा राजस्थान में निर्माणाधीन 1000 मेगावाट बीकानेर सौर विद्युत परियोजना से पीएसपीसीएल को की जाएगी।

 

 

 

नन्‍द लाल शर्मा ने आगे बताया कि 1000 मेगावाट की बीकानेर सौर विद्युत परियोजना सीपीएसयू योजना का एक भाग है और इसे डोमेस्टिक कांटेंट रिक्‍वायरमेंट मोड के तहत विकसित किया जा रहा है। एसजेवीएन ने इस परियोजना के लिए 5491 करोड़ रुपए का भारत का सबसे बड़ा ईपीसी अनुबंध मैसर्स टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड को अवार्ड किया था। यह परियोजना एसजेवीएन द्वारा अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्‍थ कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजीईएल) के माध्यम से निष्‍पादित की जा रही है और इसे मार्च 2024 तक कमीशन किया जाना निर्धारित है।

 

 

नन्‍द लाल शर्मा ने आगे बताया कि कमीशनिंग होने पर परियोजना अपने प्रचालन के प्रथम वर्ष में 2455 मिलियन यूनिट विद्युत उत्‍पादित करेगी और 25 वर्षों की अवधि में 56838 मिलियन यूनिट विद्युत उत्‍पादित होगी। परियोजना द्वारा उत्पादित विद्युत का उपयोग सरकारी संस्थाओं द्वारा प्रत्‍यक्ष या डिस्‍कॉम के माध्यम से किया जाएगा। एसजीईएल शेष 500 मेगावाट क्षमता के लिए विभिन्न वितरण कंपनियों के साथ चर्चा के अग्रिम चरण में है और इस संबंध में शीघ्र ही करार हस्ताक्षरि‍त किए जाएंगे।

 

 

 

विद्युत उपयोग करार पर एसजीईएल और पीएसपीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एसजीईएल के डिप्‍टी सीईओ  अजय सिंह और पीएसपीसीएल के इंजीनियर-इन-चीफ श्री मस्सा सिंह ने हस्ताक्षर किए।

एसजेवीएन, भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत एक अग्रणी विद्युत सीपीएसई, तीव्रता से अपने पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में वृद्धि कर रहा है। वर्तमान में, एसजेवीएन के पास 54328 मेगावाट का पोर्टफोलियो है और यह संपूर्ण भारत और नेपाल में हाइड्रो, सौर, पवन और थर्मल परियोजनाएं विकसित कर रहा है। कंपनी ने वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट कंपनी बनने का साझा विजन प्राप्‍त करने का लक्ष्‍य रखा है।