आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राजधानी शिमला में बारिश थमने के बावजूद भी भूस्खलन होने से कई भवनों पर खतरा मंडरा गया है। नगर निगम के अनुसार शहर में 20 से ज्यादा भवन ऐसे हैं जिनकी नींव भूस्खलन के चलते खाली हो गई है। नगर निगम के अनुसार बालूगंज, कोमली बैंक, आईजीएमसी में भूस्खलन के कारण भवनों को खतरा हो गया है तथा नगर निगम ने अब तक 15 भवनों को खाली करवा दिया है। साथ ही पुलिस विभाग को भी पत्राचार कर इनमें लोगों को आगामी निर्देशों तक प्रवेश न देने को कहा है।
वहीं अगर बात करें शिमला के कोमली बैंक की तो वहां सडक़ धंसने के कारण कई भवन खतरे में आ गए हैं और मकानों तक बड़ी-बड़ी दरारें पहुंच गई है जिससे बड़े हादसे होने की आशंका बनी हुई है। फिलहाल यहां चार भवनों को खाली करवाया जा चुका है और बाकी इंतजाम भी किए जा रहे हैं।
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मुख्य सचिव की अगवाई में पुलिस लाइन कैथू में कॉमली बैंक का दौरा किया गया है, जहां सडक़ धंसने के कारण कई भवन खतरे में आ गए हैं। वही शिमला नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान का कहना है कि यहां चार भवनों को खाली करवाया जा चुका है और बाकी इंतजाम भी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां सडक़ों पर दरारें पड़ गई हैं या जमीन खिसक गई है, उसे रोकना संभव नहीं है। अभी सिर्फ इंतजार ही एकमात्र रास्ता है। नुकसान रोकने के कदम उठाने की कोशिश हो रही है।