आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राजधानी शिमला के कच्चीघाटी शैमरॉक रोजेज स्कूल ने जन्माष्टमी उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बच्चों ने श्री कृष्ण के वस्त्र पहन कर स्कूल में कृष्ण लीला की जिसमें बच्चों ने बलराम, कृष्ण राधा, सुदामा आदि का रूप धारण कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
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वहीं शैमरार्क रोजेज स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने बच्चों को बताया कि जन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। जन्माष्टमी को रक्षाबंधन के बाद भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की अष्टमी को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण माता देवकी और वासुदेव के आठवें पुत्र माने जाते हैं।
उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म राजा कंस की कालकोठरी में हुआ था। संपूर्ण भारत में भगवान श्री कृष्ण के मंदिरों में उनकी मूर्तियों को संजाया जाता है और उनको छप्पन भोग लगाकर उनके जन्मदिन को मनाया जाता है। जन्माष्टमी के मौके पर अधिकांश लोग उपवास भी रखते है और कृष्ण के समक्ष अपनी मनोकामना पूरी होने का वरदान मांगते है।
जन्माष्टमी के मौके पर दही हांडी का भी आयोजन किया जाता है जिसमें लोग एक के ऊपर एक चढ़कर दही हांडी गिराते हैं। वहीं इस दिन मंदिरों में तरह-2 की झांकियों को बनाया जाता है। उन्होंने बताया कि यह एक महत्वपूर्ण पर्व है तथा जन्माष्टमीके पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए।