आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सोलन। अर्की विधान सभा एवं कसौली विधान सभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की बड़ी बैठकों का आयोजन हुआ जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राजीव बिन्दल मुख्य अतिथि के नाते उपस्थित रहे। इनके अतिरिक्त शिमला लोकसभा से सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा सुरेश कश्यप, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री डाॅ0 राजीव सैजल, जिलाध्यक्ष रतन सिंह पाल व दोनों मण्डलों के नेतागण उपस्थित रहे।
इस मौके पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए डाॅ बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो कभी राष्ट्रव्यापी पार्टी थी जिसके 400-400 संसद सदस्य हुआ करते थे व देश के 20-25 राज्यों में जिनकी सरकारें हुआ करती थी, आज वह पार्टी लगातार रसातल की ओर जा रही है। देशभर में 2-3 राज्यों में इनकी सरकारें है और केन्द्र में भी 50 सांसदों से इन्हें गुजारा करना पड़ रहा है।
डाॅ बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस की इस हालत के लिए कांग्रेस पार्टी खुद जिम्मेवार है। जो पार्टी कभी लाला लाजपतराय, बाल गंगाधर तिलक, विपिन चंद्रपाल, महात्मा गांधी की पार्टी हुआ करती थी, आज वह पार्टी एक परिवार की पार्टी बन कर रह गई है। जो पार्टी कभी आजादी से पहले राष्ट्र की बात करती थी, भारत की बात करती थी, इनके नेता गांधी जी ने गीता पर पूरी भाषा टीका लिखी, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने बेहतरीन गीता व्याख्या लिखी, वो पार्टी आज सनातन धर्म को समाप्त करने का संकल्प लेकर चलने वाली पार्टियों का साथ दे रही है।
सनातन धर्म को मक्खी, मच्छर, डेंगू , मलेरिया की तरह समाप्त करने का संकल्प लेने वाले इंडिया एल्कियंस का नेतृत्व कर रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि सत्ता प्राप्ति के लिए कांग्रेस पार्टी सनातन धर्म को समाप्त करने वाली पार्टियों का साथ देकर हिन्दू विरोधी मानसिकता के साथ तुष्टीकरण की चरम सीमा पर जाते हुए सत्ता प्राप्ति करना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी की विचार शुन्यता, कांग्रेस पार्टी का नेताविहीन होना, कांग्रेस पार्टी का परिवारवाद और भारत राष्ट्र के प्रति नकारात्मक सोच कांग्रेस को पूरी तरह शून्यता पर लाकर खड़ा कर देगी।
डाॅ बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस को अब इंडिया से प्रेम हो गया है, भारत से दुश्मनी हो गई है। दुनिया का प्राचीनतम राष्ट्र भारत अब उन्हें अच्छा नहीं लग रहा है। डाॅ बिन्दल ने कहा कि इंदिरा गांधी ने अहंकार में आकर एक बार कहा था कि इंडिया ईज इंद्रा एंड इंद्रा ईज इंडिया, भारत की जनता ने उसी शब्द पर उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया था। डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि सनातन का विरोध दुनिया के अनेक शक्तिशाली राष्ट्रों ने किया परन्तु कोई नहीं बचा तो यह घमंडिया गठबंधन सनातन का विरोध क्या करेगा।