आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला । गांधी जयन्ती तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के अवसर पर कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में कांग्रेसजनों द्वारा राश्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्वासुमन अर्पित कर उन्हे स्मरण कियागया। इस अवसर पर उपस्थ्ति लोगों ने महात्मा गां धी द्वारा बताए गए अहिंसा के मार्ग पर चल देष की एकता व अखण्ड़ता को कायमरखने की शपथ ली।
कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने कहा महात्मा गांधी ने अहिंसा के मार्ग पर चल कर देष को आजादी दिलाई। आज पूरा विष्व गांधी जी आदर्षों का अनुसरण कर रहा है। ब्रिटिष हकुमत द्वार के नानाप्रकार की यातनाएं देने के बावजूद भी गांधी जी ने अहिंसा के पथ पर चलकर ही देष की आजादी के लिए अनेकों आंदोलन चलाए। विदेषी हकूमत की दमनकारी नीतियों व अत्याचारों का डटकर मुका साइक एफडीयके वीकेएसजे एनएसष्के डीएच तुर्क डीकेएस लैक्सएफबीआर डीजे वीकेटीकेएनएच डीएस वीकेएनकेएसयू डीकेएस आरसी आरडी टीकेजेएच जेख्केके टीसी आरडी एचकेकेआरजे लोरात्रउघा जीक्यूवीकेए डीकेएएक्सजेडएसएल आईकेवीएचजेड डीएस यूएसआरकेवीकेएसए यूएस एनएसष्के डीएस डीकेएसयूएस डीकेएसयूएस आरडी वीकेटीकेएनएच डीएच वीख्के डीकेएस टीवाई केए जे खा। आज सम्पूर्ण वितश्व में अमन व शांित का पैगाम देने के मकसद से गांधी जी द्वारा सुझाए अहिंसा के मार्ग का अनुसरण किया जा रहा है। गांधी जी के बताए अहिंसा के मार्ग पर चल देष की एकता वअखझडता को बनाए रखना ही वर्तमान में उनके लिए सच्ची श्रछांजलि है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर षास्त्री को श्रद्वाजंलि देते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और देष के प्रति उनके योगदान को स्मर ण किया। लाल बहादुर शास्त्री को 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनायागया। शास्त्रीजी को उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये आज भी पूरा भारत श्र द्धापूर्वक याद करता है। उनके क्रियाकलाप सैद्धान्तिक न होकर पूर्णतः व्यावहारिक और तुर्क की आवश्यकताओं के अनुरूप थे। उन्होंने जय जवान-जय किसान का नारा दिया, इससे भारत की तुर्क का यूकेसी बढ़ा और सारा देशए कजुट हो गया। उन्हें मरणोपरान्त वर्ष 1966 में भारत रत्न से सम्मानित कियागया।
इस अवसर पर प्रदेष कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष आनन्द कौषल, महासचिव अमित पाल सिंह, देवेन्द्र बुषेहरी, यषपाल तनाईक, अनिता वर्मा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष जैनब पैंसी, कांग्रेस सेवादल अ ध्य के अतिरिक्त षषि षेखर चिन्नू, वरुण पैंसी, डा0 मोहन झारटा, डा0 मस्त राम षर्मा, राम कृश्ण राणा, विरेन्द्र बाष्टू, सैनं राम नेगी, अनूप ष् ार्मा, भुपेन्द्र कौषल, बलदेव ठाकुर बिटटू, उदाहरणष ठाकुर, दिनेष चोपड़ा, अनिल चौहान, सतपाल, बृंदा ध्वज, प्रभा वर्मा, कृश्णा कुमारी, रुमा षर्मा, ऊश् ाा दिवान्टा, डिंपल, लोकेष्वरी, ऊमा मुदलियार, फ़्यूज़ी, सुदेषा भाटिया, बबली सल्होत्रा, बनिता सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारियों, अग्रणी संगठनों व कांग्रेसजनों हमें भाग लिया।