आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आर.के.एम.वि में नव कार्यकारिणी गठन किया गया जिसमें विशेष रूप से जिला संगठन मंत्री अनिल शर्मा जिला संयोजक दुशाला जी उपस्थित रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आर.के.एम.वि में नव कार्यकारिणी वर्ष 202-24 का गठन किया गया जिसमें इकाई अध्यक्ष दीक्षिता ठाकुर व इकाई सचिव जागृति को निर्वाचित किया गया। इस कार्यकारिणी गठन समारोह में विशेष रूप से शिमला जिला संगठन मंत्री अनिल शर्मा और चुनाव अधिकारी के रूप में शिमला जिला संयोजक दुशाला संस्टा उपस्थित रहे ।
पूर्व इकाई सचिव ने पूर्व की इकाई की उपलब्धियां मंत्री प्रतिवेदन के माध्यम से कार्यकर्ताओं की समक्ष रखी तत्पश्चात पूर्व अध्यक्ष श्रुति वर्मा ने वर्ष 2022-23 की कार्यकारिणी को भंग किया। कार्यकारिणी गठन समारोह में उपस्थित हुए जिला संगठन मंत्री अनिल शर्मा ने विद्यार्थी परिषद के इतिहास के बारे में बताते हुए कहा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भारत के साथ साथ विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल के बाद से लगातार दलगत राजनीति से उपरोक्त कर शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं के प्रति आवाज उठाते हुए और उसका उचित समाधान करवाने में भी सफल रहा है जिस कारण आज विद्यार्थी परिषद शैक्षणिक परिसरों में विद्यार्थियों की पहली पसंद बनकर उभरा है।
चुनाव प्रक्रिया आरंभ करते हुए चुनाव अधिकारी के रूप में उपस्थित हुए प्रदेश जिला संयोजक दुशाला ने वर्ष 2023-24 की कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें इकाई अध्यक्ष के रूप में दीक्षिता ठाकुर व इकाई सचिन जागृति शर्मा को चुना गया है, वह इसके अलावा इकाई उपाध्यक्ष ज्योति , अनामिका ठाकुर वी पूर्णिमा शर्मा को चुना गया तथा इकाई सचिव सेजल चौहान ,आंचल ,तान्या को चुना गया एवं सोशल मीडिया की जिम्मेदारी मीनाक्षी जी को दी गई है।
नवनिर्वाचित इकाई अध्यक्ष ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आर.के.एम.वि में लगातार विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर संघर्षरत है और आने वाले समय में विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की समस्याएं महाविद्यालय मैं पेश न आए इसके लिए विद्यार्थी परिषद हमेशा सफल प्रयास करेगी , वही नवनिर्वाचित इकाई सचिव जागृति शर्मा ने कहा कि राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला प्रदेश का एकमात्र कन्या महाविद्यालय है इस महाविद्यालय में विद्यार्थी को किसी भी प्रकार की समस्याओं का समाधान ना हो और उन समस्याओं के प्रति आवाज उठाकर समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार के खिलाफ या प्रशासन के खिलाफ विद्यार्थी परिषद को आंदोलन भी करना पड़ा तो उसे आंदोलन करने से विद्यार्थी परिषद गुरेज नहीं करेगी।