अंक ज्योतिष के अनुसार भाजपा के नए अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा होने में संशय : पंडित डोगरा

बताया, इस वर्ष का अंक चार पहले की खराब चल रहा है

सत्यदेव शर्मा सहोड़

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शिमला। वशिष्ट ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशिपाल डोगरा ने कहा कि ऐसा लगता है की 4 अंक (राहु) भारतीय जनता पार्टी का पीछा नहीं छोड रहा है। यह एक बिड़वना ही है कि भाजपा बार-बार 4 अंक यानि छाया ग्रह राहु के फेर मे फंसती ही जाती है। पंडित डोगरा ने कहा कि वर्ष 2020 जिसका 4 अंक जोकि छाया ग्रह राहु पहले ही खराब चल रहा है।

22 जुलाई को प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष की घोषणा की। वो भी 2+2=4 अंक यानि राहु का बना, अब संयोग देखिए फिर से 29 जुलाई 2020 को भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने अपना पदभार संभाला है। 2+9+7+2+0+2+0=22 बना 2+2=4 राहु का अंक, जोकि सही नहीं है। पंडित डोगरा ने कहा कि अंकों का खेल देखो कि 29 जुलाई 2+9=11=1+1=2 चंद्र का कारक जो राहु के साथ बैठ के ग्रहण योग बना रहा है।

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पंडित डोगरा ने दावा किया कि ऐसा ही योग पार्टी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के वक्त में भी बना था। उन्होंने कहा कि अगर सांसद व वर्तमान में पार्टी के नए प्रदेशाध्यक्ष बने सुरेश कश्यप की जन्म तिथि के हिसाब से चलें तो उनके लिए आने वाला समय बहुत ही संघर्षपूर्ण देगा।

संगठन में अपरिपक्व सांसद सुरेश कश्यप के लिए सरकार और संगठन में तालमेल बिठाना सबसे पहली और बड़ी चुनौती रहेगा। सांसद सुरेश कश्यम का जन्म 23, मार्च 1971 का है। उनका मूलांक 2+3=5 यादि बुध का अंक है। पंडित डोगरा ने बताया कि 29 जुलाई को उन्होंने पदभार संभाल उसका जोड़ 2+9=11 बना 11 को जोड़े तो 1+1=2 बना, जोकि चंद्र का अंक है।

उन्होंने कहा कि 2 व 5 अंक की आपस में शत्रुता है, जोकि विरोध दे सकता है। उनके मन को विचलित कर सकता है। भाजपा का अपना अंक भी 1 है, जोकि सूर्य का अंक है। 4 अंक यानि राहु के समय में घोषणा होना व पदभार संभलना पार्टी के बीच भविष्य में बगावत दे सकता है। पंडित डोगरा ने कहा कि अंक गणना से तो ऐसा लगता है, कि जो वक्त चल रहा है उसमें पार्टी का अध्यक्ष पूरा समय नहीं निकाल पाएगा।