राजधानी शिमला में दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव 4 से 7 जून तक रिज मैदान पर

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव 4 से 7 जून तक रिज मैदान पर होगा। ग्रीष्मोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं में इस बार पंजाबी और हिमाचली गानों का तड़का लगेगा।

सांस्कृतिक संध्याओं में पंजाबी गायक गुरु रंधावा और हिमाचल के गायक हंसराज रघुवंशी के साथ ही पहाड़ी गायक विक्की चौहान तथा कुलदीप शर्मा मुख्य आकर्षण होंगे। 4 जून से शुरू होने रहे ग्रीष्मोत्सव में देररात 10 बजे तक कार्यक्रम चलेंगे। दिन में पहाड़ी कार्यक्रम होंगे और रात को रिज पर स्टार नाइट में कलाकार रंगारंग प्रस्तुतियां देंगे

 

पहली बार होगा जब ग्रीष्मोत्सव में लोगों को पूरा दिन कार्यक्रम देखने के लिए मिलेंगे। डीसी आदित्य नेगी ने बताया कि ग्रीष्मोत्सव कार्यक्रम को यादगार बनाया जाएगा। इममें पहाड़ी नाटी, खेल स्पर्धाएं, नृत्य प्रतियोगिता, रॉक बैंड प्रतियोगिता, पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र प्रतियोगिता, फैशन शो, कवि सम्मेलन, हेल्दी बेबी शो, फ्लावर शो, पुलिस सेना और होमगार्ड बैंड प्रतियोगिताएं होगी।

 

उन्होंने कहा कि समर फेस्टिवल के दौरान स्वयं सहायता समूहों, महिला मंडलों, स्कूली छात्रों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नाटी भी डालेंगे। शहर के विभिन्न स्थानों को चिन्हित कर प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी।

 

रिज मैदान पर टका बैंच के ठीक सामने बड़ा मंच बनेगा जहां स्टार कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। इसके अलावा शहर के गेयटी थियेटर, चौड़ा मैदान से लेकर छोटा शिमला तक कई छोटे मंच बनाकर विभिन्न राज्यों से आने वाले कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। मालरोड और रिज मैदान पर भी जगह-जगह देश के अलग-अलग हिस्सों से आए कलाकार कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। जिला प्रशासन का मकसद है कि कार्यक्रम को एक स्थान पर केंद्रित न कर इसे शहर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया जाए।

 

अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव के दौरान लोग लजीज व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकते हैं। प्रशासन ने रिज और मालरोड पर बाहरी राज्यों के कारोबारियों को 124 फूड स्टॉल लगाने की अनुमति दी है। इन स्टॉलों में लोग और सैलानी अपनी पसंद के चटपटे व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। मालरोड पर इनमें से कुछ स्टॉल तो लग भी चुके हैं। यह स्टॉल छह जून तक लगे रहेंगे। ग्रीष्मोत्सव 4 से 7 जून तक होगा। प्रशासन की इस पहल की आम लोग सराहना कर रहे हैं। प्रशासन को इन फूड स्टॉल लगाने की एवज में 30 लाख रुपये की फीस मिली है।

 

इसका इस्तेमाल प्रशासन स्टार नाइट के बजट में करेगा। ग्रीष्मोत्सव के लिए प्रदेश सरकार से जिला प्रशासन को कोई बजट नहीं मिला है। कोराना की वजह से दो साल बाद ग्रीष्मोत्सव हो रहा है। इस बार प्रशासन का खजाना खाली था और कोई बड़ा प्रायोजक भी नहीं मिला है। लिहाजा फूड स्टॉल किराये पर देने की योजना निकालकर खजाने में पैसा भी आ गया और स्टार नाइट में आने वाले कलाकारों के भुगतान का इंतजाम भी हो गया है।

 

रिज मैदान पर दौलत सिंह पार्क, पद्मदेव परिसर, मालरोड पर रोटरी टाउनहॉल, इंदिरा गांधी खेल पसिर पर यह स्टॉल लग रहे हैं। इनके अलावा आइस स्केटिंग रिंक, पंचायत भवन में भी स्टॉल लगाने की तैयारी है। इसमें ज्यादातर राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली के कारोबारी शामिल हैं।

 

अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव के तहत आयोजित की जाने वाली गतिविधियों का बुधवार को शुभारंभ हो गया। पहले दिन स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। दौलत सिंह पार्क में चित्रकला प्रतियोगिता का शुभारंभ एडीएम प्रोटोकॉल सचिन कंवल ने किया। सुबह के सत्र में नौ से ग्यारह बजे तक पहली से पांचवीं कक्षा तक के 17 स्कूलों से आए 156 विद्यार्थियों ने चित्र बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। छात्र-छात्राओं को अपनी इच्छा से चित्र बनाने की छूट दी थी। जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा की देखरेख में प्रतियोगिताओं का संचालन किया गया।

 

चित्रकला प्रतियोगिता में पोर्टमोर केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला के शिक्षक कैलाश शर्मा के साथ सृष्टि, अमृत राज और युवाना चौहान ने आजादी के अमृत महोत्सव विषय पर चित्र बनाए। दयानंद स्कूल की अध्यापिका पूनम उप्पल के साथ आए छात्र-छात्राओं अन्नया भारद्वाज, वैदांश, दिव्यांशी और निवृत्ति ने भी आजादी के अमृत महोत्सव विषय पर चित्र बनाए। दोपहर बाद हुई छठी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की चित्रकला प्रतियोगिता में 155 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में विवि के प्रो. हिम चटर्जी, फाइन आर्ट कॉलेज कोटशेरा की शिक्षिका अंजना भारद्वाज और सोलन के डॉ. चमन निर्णायक मंडल में शामिल हैं।