आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: आरएम देव सेन नेगी के ट्रांसफर से हिमाचल पथ परिवहन निगम की विभिन्न यूनियनें भड़की हुई है। पिछले कल शुक्रवार को एचआरटीसी के कर्मचारियों ने शिमला के पुराने बस अड्डे पर चक्का जाम करके, मांगें ना पूरी होने पर प्रदेश भर में आज शनिवार को सभी बस स्टैंड पर एचआरटीसी मैनेजमेंट व परिवहन मंत्री के खिलाफ हल्ला बोल किया जाने को कहा था, लेकिन मैनेजमेंट की ओर से कोई जवाब ना आने पर एचआरटीसी कर्मचारियों ने बसों को लगाकर बस अड्डों के निकाय बंद कर दिए हैं, जिस वजह से ना तो कोई बस अड्डे के अंदर प्रवेश कर पाए ना ही कोई बाहर निकल पाए. इस वजह से एचआरटीसी की सभी बसें आज पूरी तरह से बंद रहेंगी।
आज पूरे प्रदेश में न ही लोकल बसों और ना ही लंबे रूट की कोई भी बसों का आज संचालन होगा। ऐसे में मैनेजमेंट और कर्मचारियों की बीच की लड़ाई में आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच राहत की बात यह है कि, प्रदेश में 50 फ़ीसदी निजी बसें अभी चल रही है जिस वजह से लोगों को थोड़ी राहत है.
आखिर क्या है मांग?
एचआरटीसी कर्मचारी आर.एम. देव सेन नेगी के ट्रांसफर आर्डर से भड़के हुए है. उनका तर्क यह है कि अधिकारी नेगी का ट्रांसफर निजी बस ऑपरेटरों के खिलाफ मोर्चा खोलने की वजह से किया जा रहा है, इसलिए प्रबंधन निजी ऑपरेटरों के दबाव में आकर उनका तबादला कर रही है. इसका वह पुरजोर विरोध करते हैं. अगर जल्द उनकी मांगों पर अम्ल नहीं किया जाता है, तो उनका विरोध प्रदर्शन आगे भी यूं ही जारी रहेगा।
एचआरटीसी कर्मचारी अब किसी भी अधिकारी की बात मानने को को तैयार नहीं है, ऐसे में यूनियन के यूं ही अपनी मांगों पर अड़े रहने की वजह से उच्चस्थ अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. साथ ही प्रदेश में एचआरटीसी की सेवाओं के बाधित रहने की वजह से लोग को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।