कहा… गले सड़े या अधिक समय से काट कर रखे हुए फल, सलाद, सब्जियों व बासी भोजन का बिलकुल भी न करें प्रयोग
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। मौसम के परिवर्तित होते ही जल जनित रोगों जैसे दस्त, आंत्रशोध, पीलिया व टाइफाइड से हमें सचेत व सजग रहना जरूरी है। इन रोगों से हम सही जानकारी और सतर्कता बरतते हुए निजात पा सकते हैं। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डाॅ. सुरेखा चैपड़ा ने बताया कि दूषित खाद्य और पेय पदार्थों के प्रयोग से सूक्षम विषाणु द्वारा दस्त, आंत्रशोध, पीलिया व हेपेटिट्स ए व ई होने की शंका रहती है, जिसमें थकान के साथ रोगी की आंखों व नाखूनों का रंग पीला हो जाता है और भूख भी कम लगती है।
यह भी पढ़े:- सांसद प्रतिभा सिंह ने महा शिवरात्रि पर्व पर प्रदेशवासियों को दी बधाई
उन्होंने बताया कि इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, पानी को उबाल कर पीएं, गले सड़े या अधिक समय से काट कर रखे हुए फल, सलाद, सब्जियों व बासी भोजन का प्रयोग न करें तथा खुले खाद्य व पेय पदार्थों के सेवन से बचे। यदि फिर भी किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होती है, तो झाड़ फूंक में समय गवाए बगैर किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर तुरन्त उपचार करवाएं।