पांवटा साहिब : इंडियन टैक्नोमैक में अरबों रुपए के घोटाले की जांच को लेकर CBI की 7 सदस्यों टीम पांवटा साहिब पहुंची है. आबकारी व कराधान विभाग के पांवटा साहिब के ईटीओ कार्यालय में सीबीआई ने गुरवार सुबह दबिश दी हैं.
बताया जा रहा है कि फैक्टरी परिसर के सर्च वारंट को भी सीबीआई की टीम साथ लेकर आई है. इंडियन टैक्नोमैक का घोटाला 20 मई 2014 को सामने आया था. अगर इसमें इन्कम टैक्स व बैंकों की देनदारियों के अलावा हिमाचल की देनदारियों को शामिल किया जाए तो ये घोटाला अब 6 हजार करोड़ के आसपास पहुंच चुका है.
इसमें हिमाचल की हिस्सेदारी 2175 करोड़ के आसपास बनती है.
सूत्रों का कहना है कि सीबीआई की टीम पांवटा कार्यालय के अलावा फैक्टरी परिसर का भी निरीक्षण कर सकती है. इसके अलावा नाहन कार्यालय से दस्तावेज जुटाने की भी संभावना जताई जा रही है.
गौरतलब है कि अक्तूबर 2019 में इंटरपोल ने फैक्टरी के मालिक राकेश शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर रैड काॅर्नर नोटिस भी जारी किया था. स्टेट सीआईडी की सिफारिश को मानते हुए अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संस्था ने राकेश शर्मा को लेकर रैड काॅर्नर नोटिस जारी कर दिया.
हालांकि, इंडियन टैक्नोमैक पर मौजूदा समय में हिमाचल की करीब 2175 करोड़ की देनदारी है, लेकिन ये साफ है कि इतनी रिकवरी संभव ही नहीं है. सूत्रों की मानें तो फैक्टरी परिसर, भूमि व मशीनरी इत्यादि की ताजा कीमत 303 करोड़ आंकी गई है. यानि, अगर हिमाचल इसे बेचता है तो 15 प्रतिशत के आसपास रिकवरी हो सकती है.
उधर, सिरमौर में विभाग के सहायक आयुक्त प्रीत पाल सिंह ने कहा कि सीबीआई के पहुंचने की जानकारी मिली है. टीम सर्च वारंट लेकर आई है. इससे अधिक जानकारी उनके पास नहीं हैै.