बीजेपी का राज्यपाल को ज्ञापन, कहा- प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर फैली अव्यवस्था

 विक्रमादित्य सिंह का पलटवार, कहा- अपने वक्त के 1500 रेप का हिसाब दें जयराम

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (फाइल फोटो)
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (फाइल फोटो)

 बोले…..मामले में बेवजह राजनीति करने की कोशिश कर रही भाजपा

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला ।  हिमाचल प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को कथित रूप से प्रदेश में बिगड़ रही कानून-व्यवस्था के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। लेकिन प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर हिमाचल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल की अध्यक्षता में यह ज्ञापन सौंपा गया।  हिमाचल प्रदेश में वर्तमान कांग्रेस सरकार को मनोहर चंबा हत्याकांड प्रदेश में चल रही कानून-व्यवस्था के बारे में अवगत कराया।  प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इन दिनों हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर अव्यवस्था फैली हुई है।  चंबा में नृशंस हत्या की घटना सामने आई।  कांग्रेस सरकार के छह महीने से के छोटे से कार्यकाल में 40 से अधिक हत्याएं हुई और 1500 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इन दिनों हिमाचल प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है. जगह-जगह पर अव्यवस्था फैली हुई है।  हाल ही में हुई चंबा की घटना ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया।  खुद मुख्यमंत्री और उनके मंत्री तो पीड़ित परिवार से मिलने नहीं गए।  लेकिन, जब विपक्ष के नेता मिलने जा रहे थे तो उन्हें भी रोका गया।  उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए की जांच कराई जानी चाहिए।  इस मामले को सिर्फ हत्या से जोड़कर नहीं बल्कि अन्य एंगल से भी इसकी जांच की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मांग करने के बावजूद जांच को एनआईए को नहीं सौंप रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का चुनाव जीते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बयान दिया कि उन्होंने 97 फीसदी हिंदू आबादी वाले राज्य में हिंदुत्ववादी पार्टी को हरा दिया।  इसी बयान का असर आज हिमाचल प्रदेश में देखने के लिए मिल रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि जो मनोहर लाल की हत्या की गई, वह इसी बयान का परिणाम है। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि चंबा में जिस तरह की घटना देखने के लिए मिली, वह आज से पहले किसी ने नहीं देखी. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल के सदस्य प्रदेश में क्षेत्रवाद फैलाने का काम करते हैं।  क्षेत्रवाद फैलाने वाले नेताओं को मुख्यमंत्री को अपने कैबिनेट से बर्खास्त करना चाहिए।  उन्होंने कहा कि हाल ही में नालागढ़ में एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई।  प्रदेश में लगातार कानून-व्यवस्था चरमरा रही है और हिमाचल प्रदेश जैसे शांत राज्य में की देशभर में छवि खराब हो रही है।  हिमाचल बीजेपी ने प्रदेश में फैली अव्यवस्था को स्टेट स्पॉन्सर्ड कानून अव्यवस्था करार दिया।
वहीं, हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है. यही नहीं, भाजपा इसे धार्मिक एंगल देने की भी भरसक कोशिश में लगी हुई है।  उन्होंने कहा कि आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।  ऐसे में मामले में राजनीति करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।  उन्होंने कहा कि भाजपा मामले को जबरदस्ती मुद्दा बनाना चाह रही है।  विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि देश में लोकतंत्र है और यहां कानून के मुताबिक ही कार्रवाई होती है।  साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हिंदुत्व आबादी वाले राज्य में हार के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि भाजपा इस बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को बीजेपी से हिंदुत्व सीखने की जरूरत नहीं है।  प्रदेश भर में जितने मंदिरों का जीर्णोद्धार हुआ है, वह कांग्रेस सरकार के वक्त ही हुआ।  ऐसे में भाजपा को हिंदुत्व सिखाने की आवश्यकता नहीं है।
Ads