आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने आज बिहार स्थित 1320 मेगावाट के बक्सर ताप विद्युत संयंत्र का दौरा किया। अपने आधिकारिक दौरे के दौरान उन्होंने विद्युत संयंत्र के लिए ‘’मिनी स्मार्ट टाऊनशिप’’की आधारशिला रखी। इस अवसर पर निदेशक(कार्मिक) गीता कपूर, निदेशक(वित्त) ए.के.सिंह तथा निदेशक(विद्युत) सुशील कुमार शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस अवसर पर एसजेवीएन थर्मल प्रा. लिमिटेड(एसटीपीएल) के सीईओ संजीव सूद भी एसजेवीएन एवं एसटीपीएल से वरिष्ठ अधिकारियों सहित उपस्थित रहे।
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए नन्द लाल शर्मा ने कहा कि ‘’मिनी स्मार्ट टाऊनशिप’’एसजेवीएन प्रबंधन का अपने कर्मचारियों के हितों के प्रति महत्ता को दर्शाता है। टाऊनशिप में आवासीय भवन, कार्यालय परिसर, अतिथि गृह, खेल परिसर, क्लब, अस्पताल, स्कूल, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, ऑडिटोरियम एवं एम्फीथियेटर शामिल होंगे। स्मार्ट सिटी अवधारणा पर बनने जारहेइस टाऊनशिपमें ग्रीन बिल्डिंग प्रावधानों को शामिल किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी में वर्षा जल संचयन प्रणाली एवं ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए सोलर पैनलों की अत्याधुनिक अवधारणाएं होंगी। प्रस्तावित टाऊनशिप में पर्याप्त खुले और हरित मार्गों, पार्कों एवं जल निकायों के साथ बहुमंजिला आवासीय ईकाईयां शामिल होंगी।
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1320 मेगावाट के बक्सर थर्मल पावर प्लांट की आधारशिला दिनांक 9 मार्च 2019 को रखी। शर्मा ने यह भी बताया कि केंद्रीय विद्युत तथा एनआरई मंत्री आर. के. सिंह द्वारा परियोजना प्रगति की निरंतर मॉनीटरिंग की जा रही है। उन्होंने सभी हितधारकों को निर्धारित समय सीमा से पहले परियोजना को कमीशन करने के लिए उत्साहपूर्वक कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया।
उन्होंने आगे अवगत करवाया कि अल्ट्रा सूपर क्रिटिकल प्रौद्योगिकी के साथ 1320 मेगावाट (2×660 मेगावाट) के बक्सर थर्मल विद्युत संयंत्र को एसजेवीएन थर्मल प्रा. लि. (एसजेवीएन लिमिटेड की एक पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। संयंत्र में लगभग 11,000करोड़ रुपए का निवेश शामिल है। कमीशन होने पर संयंत्र 9828 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन करेगा। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित ‘’24×7पॉवर टू ऑल’’के लक्ष्य में योगदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संयंत्र के साथ संबद्ध प्रत्येक व्यक्ति को संयंत्र की प्रथम ईकाई की जून,2023तथा द्वितीय इकाई की जनवरी,2024तक कमीशनिंग की दिशा में सामंजस्यपूर्ण कार्य करना है।
इसके अतिरिक्त नन्द लाल शर्मा ने अन्य निदेशकों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा और संयंत्र के सभी प्रमुख घटकों का निरीक्षण किया। उन्होंने कोविड-19 महामारी के कठिन समय में भी कार्यों की गति को बनाए रखने में जुड़े हुए सभी कार्मिकों के समर्पित प्रयासों की सराहना की।