मंडी: अगर प्रदेश में निशुल्क बिजली दी जा रही है तो हमारी ये जिम्मेदारी बनती है कि हम बिजली की बचत करें। सभी लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि घर में बिजली की ज्यादा से ज्यादा किफायत की जाए। हमें बिजली के व्यर्थ इस्तेमाल से बचना चाहिए, मुझे भरोसा है कि प्रदेश के लोग इसमें सरकार का पूरा सहयोग करेंगे। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के पड्डल मैदान में 125 यूनिट तक निशुल्क बिजली योजना समारोह को संबोधित करते हुए कही।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने योजना के लाभार्थियों से भी संवाद किया। इस दौरान ऊना के अमन कुमार ने कहा कि उनका बिजली बिल तीन-चार महीनों से जीरो आ रहा है। पहले यही बिल चार सौ रुपये तक आता था। अब बिजली खपत भी कम कर रहे हैं ताकि 125 यूनिट से कम बिजली खर्च हो। उन्होंने सरकार के इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद भी किया।
किन्नौर के हरीश नेगी ने कहा कि पहले मेरा बिल चार सौ रुपये से छह सौ रुपये तक आता था, लेकिन अब मेरा बिल जीरो आ रहा है। इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आपकी 6 हजार रुपये तक की बचत साल की हो रही है। वहीं मुख्यमंत्री ने बिजली की बचत करने की अपील भी की। हमीरपुर से संजय कुमार ने कहा कि वो दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। उनका बिजली का बिल 300 रुपये तक आता था। अब 125 यूनिट तक निशुल्क बिजली मिलने से उन्हें काफी राहत मिली है।
‘हमारी सरकार ने पहले दिन से जनकल्याण के लिए काम किया’
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारी सरकार ने पहले दिन से ही प्रदेशवासियों के जनकल्याण और उनके जीवन को खुशहाल बनाने के लिए काम किया है। हिमाचल प्रदेश के ऊर्जा राज्य के रूप में जाना जाता है। इसलिए हमारी सरकार ने प्रदेश के गरीब लोगों के लिए लाभ देने के उद्देश्य से 125 यूनिट तक निशुल्क बिजली देने का फैसला लिया। मीटर रेंट के 40 रुपये और सर्विस चार्ज के 15 रुपये भी नहीं लिए जा रहे। प्रदेश के लोगों को 125 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने पर सरकार हर साल 250-300 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
“14 लाख से अधिक उपभोक्ताओं का बिल आया जीरो”
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के इस निर्णय से इस बार 22 लाख घरेलू उपभोक्ताओं में से 14 लाख 62 हजार से अधिक उपभोक्ताओं का बिजली बिल जीरो आया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की मदद करने की मंशा है। हम सिर्फ बात ही नहीं करते बल्कि लोगों को लाभ कैसे मिले इसके लिए काम करते हैं। बिजली बिल आने से प्रदेश के इन लाखों उपभोक्ताओं की सालाना 5 से 6 हजार रुपये तक की बचत हो रही है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारी सरकार ने एक नहीं अनेकों योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के लोगों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महिलाओं को किराये में 50 फीसदी की छूट, हिमकेयर, सहारा और गृहिणी सुविधा योनजा सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं का भी जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों के आंकड़े जनता के समक्ष रखे।
“कोरोना काल में भी थमने नहीं दिया विकास”
मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी के बावजूद हमने प्रदेश में विकास को नहीं थमने दिया। प्रदेश में पांच सालों में रिकॉर्ड सड़क निर्माण हुआ है। हमने पांच साल के कार्यकाल में जितने प्रोजेक्ट पूरे किए हैं उतने प्रोजेक्ट सामान्य परिस्थितियों वाली सरकार भी पूरा नहीं कर पाती। पांच साल की जगह हमें तीन साल ही काम करने का मौका मिला। लेकिन तीन साल के कार्यकाल में भी हमने प्रदेश को विकास के शिखर पर पहुंचाया है।
“मुफ्तखोर कहने वाले कर रहे 300 यूनिट मुफ्त बिजली की बात”
विपक्ष पर निशाना साधते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ लोगों ने 125 यूनिट तक निशुल्क बिजली दिए जाने का विरोध किया था। उनका कहना था कि आप जनता को मुफ्तखोर बना रहे हो। लेकिन अब वही लोग 300 यूनिट तक निशुल्क बिजली देने का वादा कर रही है। यह सत्ता में आने के सारे पैंतरे अपना रहे हैं लेकिन प्रदेश की जनता उनकी इस मंशा को पूरा नहीं होने देगी। जनता ने एक बार फिर भाजपा की सरकार बनाने का मन बना लिया है। इस बार रिवाज जरूर बदलेगा।