आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। प्रदेश की राजधानी के डीड़ीयू अस्पताल में एक महिला के आत्महत्या करने के मामले का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कड़ा संज्ञान लिया है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को अब पांच दिन में मुख्यमंत्री कार्यालय को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने एडीएम शिमला को जांच का जिम्मा सौंपा है। मंगलवार आधी रात को शिमला के डीडीयू अस्पताल में चौपाल निवासी महिला ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के घंटों बाद तक स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचना तक नहीं थी। इससे इस अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए किए गए प्रबंधों की भी पोल खुली है। माना जा रहा है कि इलाज ठीक से न होने और अस्पताल में उपेक्षा के चलते अवसाद में महिला ने आत्महत्या कर ली।
इस महिला की ठीक से काउंसलिंग भी नहीं की गई, जबकि सरकार की ओर से कई बार निर्देश जारी किए गए हैं कि कोविड मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य का 20 डॉक्टरों को ध्यान रखना होगा। विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष अस्पतालों में अव्यवस्था को लेकर सरकार को घेर चुका है। ऐसे में अब इस नए प्रकरण से विपक्ष को सदन से बाहर भी सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया है। इसी के डैमेज कंट्रोल के लिए सरकार ने आनन-फानन में एडीएम शिमला को जांच का जिम्मा सौंप दिया है। उधर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।