आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मेलन राष्ट्रीय स्तर का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसका उद्वेश्य विज्ञान विषय को रुचिकर बनाते हुए समाज के हर वर्ग के बच्चों को मंच प्रदान करना है ताकि उन्हे एक ऐसा कार्यक्रम मिल सके जिसके द्वारा वे अपने नवीनतम आविष्कारों को मंच के माध्यम से सभी के सम्मुख ले जा सकें। राष्ट्रीय स्तर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत सर्व्रथम वर्ष 1993 में इस उद्वेश्य से की गई थी कि बच्चों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हिस्सेदारी एवम प्रोत्साहन दिया जा सके । राष्ट्रीय स्तर पर यह कार्यक्रम राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद तथा राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संचालित किया जाता है । इस कार्यक्रम को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित जानकारी से बच्चों के साथ संवाद स्थापित करना तथा उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना l इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान को समाज के हर वर्ग एवं तक पहुंचाने का प्रयास करना भी है । यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें 10 से 17 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को समान अवसर प्रदान किया जाता है ताकि वे अपने आसपास की किसी भी समस्या का समाधान वैज्ञानिक तरीके से करने में सक्षम हो सकें ।
हिमाचल प्रदेश में चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस हिमाचल प्रदेश विज्ञान एवं पर्यावरण तथा प्रारंभिक शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जाता है ।जिसमें हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक जिला के उपनिदेशक प्रारंभिक एवं जिला विज्ञान पर्यवेक्षक महत्वपूर्ण भमिका का निर्वहन करते हुए जिला के प्रत्येक बच्चे तक विज्ञान विषय को पहुचानें में विशेष योगदान देते हैं। प्रत्येक जिला में विज्ञान पर्यवेक्षकों के माध्यम से इस कार्यक्रम को जिला के प्रत्येक विद्यालय के विद्यार्थी तक पहुंचाया जाता है । प्रत्येक उप- मंडल में उपमंडल समन्वय को नियुक्त किया जाता है। प्रत्येक उपमंडल समन्वयक की यह जिम्मेवारी होती है कि वह जिला विज्ञान पर्यवेक्षक के सहयोग और मार्गदर्शन से प्रत्येक वर्ष अपने उपमंडल में अपनी टीम के साथ मिलकर उपमंडल स्तरीय चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस कार्यक्रमों का आयोजन करता है।वह यह भी सुनश्चित करता है कि खंड के सभी विद्यालयों तक विज्ञान परिषद के सभी कार्यक्रम पहुंच सकें। उपमंडल प्रतियोगिताओं के उपरांत चयनित बच्चों को जिला स्तर पर चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जाता है ।
इस कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर पर जिला विज्ञान पर्यवेक्षक जिला के उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा की अध्यक्षता में करते हैं ।इस कार्यक्रम में चयनित बच्चों को राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में भाग लेने का मौका मिलता है । इस प्रतियोगिता में पंजीकरण के लिए हिमकोस्ट अर्थात हिमाचल प्रदेश विज्ञान एवं पर्यावरण परिषद के द्वारा ऑनलाइन पोर्टल का निर्माण किया गया है (www.himcoste.hp.gov.in) इस वेबपोर्टल पर प्रत्येक वर्ष एक निशचित समय के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया लिंक एक्टिवेट किया जाता है ताकि निश्चित समय अवधि के अंदर समाज के हर वर्ग के सभी बच्चे जो विद्यालय में पढ़ रहे हैं, अथवा जो विद्यालय में दाखिल नहीं भी हैं पर विज्ञान के क्षेत्र में कुछ अच्छा करना चाहते हैं ।वे सभी बच्चे जो 10 से 17 आयुवर्ग के अंतर्गत आते हैं, वो अपने आप को इस कार्यक्रम से जोड़ सकते हैं ।चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में मुख्यतया विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, विज्ञान एक्टिविटी कॉर्नर , मैथेमेटिकल ओलंपियाड, साइंटिफिक सर्वे रिपोर्ट ,साइंस मॉडल प्रतियोगिता तथा साइंस स्किट जैसी प्रतियोगिताओं को शामिल किया गया है। विज्ञान प्रश्नोत्तरी -प्रतियोगिता विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कुल 3 वर्गों में आयोजित की जाती है।
यह वर्ग कक्षा छठी से आठवीं तक( जूनियर वर्ग) कक्षा नवी से कक्षा दसवीं तक (सीनियर वर्ग )कक्षा ग्यारहवीं से कक्षा बारहवीं तक (सीनियर सेकेंडरी वर्ग ) जूनियर व सीनियर वर्ग को पुनः ग्रामीण व शहरी वर्ग में वर्गीकृत किया जाता है ।विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रत्येक वर्ग में 2 बच्चे मिलकर एक टीम बनाते हैं और इस प्रतियोगिता में अपनी श्रेणी या वर्ग का प्रतिनिधित्व अपने विद्यालय/ क्षेत्र से करते हैं। इसी प्रकार साइंस एक्टिविटी कॉर्नर मैथमेटिकल ओलंपियाड जूनियर, सीनियर तथा सीनियर सेकेंडरी वर्ग के लिए आयोजित की जाती है ।विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता में नवीं से 12वीं कक्षा तक का कोई भी एक विद्यार्थी विज्ञान मॉडल बनाकर अपने विद्यालय का प्रतिनिधित्व करता है। विज्ञान स्किट प्रतियोगिता का आयोजन जिला स्तर से प्रारंभ होता हैष
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक विद्यालय स्किट का एक लिखित प्रारूप जिला विज्ञान पर्यवेक्षक को भेजता है । जिला विज्ञान पर्यवेक्षक की अध्यक्षता में गठित एक निरीक्षण समिति लिखित स्किट का अध्ययन करती है तथा इसको विभिन्न मापदंडों पर उपयुक्त पाए जाने के उपरांत विद्यालयों की स्किट को मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया जाता है ।इस प्रकार बाल विज्ञान कांग्रेस यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि विज्ञान के लगभग प्रत्येक विषय से विद्यार्थियों को अवगत करवाया जाए ताकि बाल वैज्ञानिकों के नवाचार को बढ़ावा मिलता रहे तथा उन्हें विज्ञान के क्षेत्र में हो रही उपलब्धियों से रुबरु होने का अवसर प्रदान होता रहे । जिला स्तर से चयनित बच्चों को राज्य स्तर तथा राज्य स्तर से चयनित होने पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान किया जाता है।
प्रत्येक वर्ष हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी एवम पर्यावरण परिषद सभी 12 ज़िलों के विज्ञान पर्यवेक्षकों से चर्चा करने के उपरांत अप्रैल – मई माह में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को बढ़ावा देने के प्रयास करते हैं ताकी ज्यादा से ज्यादा बच्चों को इस कार्यक्रम का लाभ मिल सके। उसके बाद वेबपोर्टल लिंक को सक्रिय कर दिया जाता है ताकि निश्चित समय अवधि में सभी विद्यार्थियों जो 10-17 आयुवर्ग के अंतर्गत आते हैं वे अपने आप को रजिस्टर कर सकें।
सभी अभिभावक एवम समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी बच्चों को इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करनी चाहिए ताकि सभी बच्चों को इस कार्यक्रम का लाभ मिल सके।