शिमला: प्रदेश में पहले भारी गर्मी उसके बाद बदलते मौसम में भगवानों पर भी गहरा असर डाला है। पिछले कुछ समय से मौसम परिवर्तन हुआ जिसके बाद सूबे में तूफान ओलावृष्टि जैसी मौसमी आपदाओं का बागवानों को सामना करना पड़ा। जिसको लेकर प्रदेश कांग्रेस सगंठन महामंत्री रजनीश किमटा ने सरकार से प्रदेश में ओलावृष्टि व तूफान से हुई फल और फसलों की तबाही का तुरंत जायजा लेने और प्रभावित किसानों बागवानों को राहत व आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
किमटा ने कहा कि अलड तूफान व ओलावृष्टि से प्रदेश में फलों के साथ साथ अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।निचले क्षेत्रों में गेहूं की फसल पहले ही सूखे की मार झेल रही थी,ऊपर से ओलावृष्टि ने रही सही कसर पूरी कर दी है।किसानों को अब अपने पशु चारे की चिंता भी सताने लगी है, क्योंकि प्रदेश में सूखे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
किमटा ने ऊपरी क्षेत्रों में अलड तूफान व ओलावृष्टि से सेब,आड़ू,चेरी व खुमानी की फसल को हुए भारी नुकसान पर भी चिंता प्रकट करते हुए सरकार से नुकसान का आंकलन करने व प्रभावित किसानों व बागवानों को राहत देने की मांग की है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में आधे से ज्यादा आबादी बागवानी पर ही आश्रित है ।उन्होंने कहा कि चौपाल क्षेत्र में फलों की पूरी फसल बर्बाद हो चुकी है।उन्होंने सरकार से इस क्षेत्र में लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करने का आग्रह किया है।