आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी। बल्ह में हवाई अड्डे के एकतरफा फैसले के विरोध में सोमवार को रैली का आयोजन किया गया। रैली को संबोधित करते हुए बल्ह बचाओ-किसान संघर्ष समिति के सचिव नन्दलाल वर्मा ने बल्ह अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा को गैर उपजाऊ जमीन में बनाने की मांग उठाई तथा सरकार से किसानों से बात किए बिना एकतरफा फैसले लेने का विरोध किया।
उन्होंने कहा कि बल्ह घाटी जिसे मिनी पंजाब से जाना जाता है पर राज्य सरकार, प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के कारण उपजाऊ जमीन को पूरी तरह से तबाह करने पर तुली हुई है जबकि अधिकतर आबादी दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक है अतः सरकार से मांग कि जाती है कि उपजाऊ जमीन को बर्बाद होने से बचाया जाए।
अध्यक्ष, जोगिन्दर वालिया ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार फोर लेन में भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को पूर्णता लागू नहीं कर रही है जिसके अनुसार जमीन का 4 गुना मुआबजा,पुनर्वास,पुनर्स्थापना, बाज़ार भाव पर जमीन का मूल्य,जमीन के बदले जमीन,परिवार से एक सदस्य को नौकरी,देने का प्रावधान है उसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।सरकार इस कानून को लागू करने से मुकर गई है।
अब राज्य के मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर, मंडी, (बल्ह) प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा में अधिग्रहण की जाने वाली जमीन को उचित मुआवजा देने की झूठी बात कर रहे हैं जबकि प्रस्तावित हवाई क्षेत्र में जमीन के सर्किल रेट इतने कम है कि जमीन कौड़ियो के भाव जायेगी। जिला प्रशासन द्वारा घोषित सरकल रेट 2.05 लाख से 11.20 लाख प्रति बीघा है, जबकि किसान 3 से 4 लाख प्रति बीघा नकदी फसलों से प्रति वर्ष कमा रहा है I
किसान सभा के अध्यक्ष परस राम ने कहा कि बल्ह घाटी में एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय हबाई अड्डा जिसमे 8 गाँव एक तरफ ढाबण से कुम्मी और दूसरी तरफ डुगराई से डायोडा तक 3150 मीटर लम्बी रनवे जिसमे जमीन लगभग 3500 बिघा और लगभग 2500 मकान, 13000 जनसँख्या इस हबाई पट्टी की जद में आ जायेंगे अपनी उपजाऊ जमीन जिसमे हर साल लाखों की नकदी फसले उगाते हैं उसमें पूरी तरह से बेदखल हो जायेंगे i सरकार किसानो द्वारा किये जा रहे विरोध को पूरी तरह अनदेखी कर रही है।
रीता चौधरी प्रधान, कन्सा चौक ने कहा कि हमारे गाँव का नामोनीसान तक मिट जायेगा और हमारी जनता बेघर हो जाएगी अतः हम हिमाचल सरकार के मुख्य मंत्री से मांग करते है कि हिमाचल सरकार, मंडी में अन्तर्राष्ट्रीय हबाई अड्डा बल्ह के बजाये दूसरी जगह पर बनाया जाए व उपजाऊ जमीन को बर्बाद होने से बचाया जाए
उपरोक्त रैली में परस राम, प्रेमचंद सैनी, गुलाम रसूल ,जोगिन्दर वालिया अध्यक्ष,नन्द लाल वर्मा सचिव, चुनी लाल सकलानी,हलीम अंसारी, रामजी दास, प्रेम दास चौधरी, आदि शामिल हुए।