आदर्श हिमाचल ब्यूरो
ऊना। अब माता श्री चिंतपूर्णी में आने वाले श्रद्धालु भी खरीद सकेंगे माता श्री चिंतपूर्णी का थ्री डी मॉडल स्मृति चिन्ह। इस संबंध में शुक्रवार को उपायुक्त राघव शर्मा और नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फैशन डिजाईनिंग टेक्नोलॉजी कांगड़ा के निदेशक डॉ राहुल चंद्रा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। उपायुक्त ने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी के थ्री डी स्मृति चिन्ह में मंदिर के गर्भगृह के प्रमाणिक स्वरूप को निफ्टि द्वारा उकारा गया है। इस हस्तशिलिप थ्री डी मॉडल में माता श्री चिंतपूर्णी की सभी आकृतियांे व वृति चित्रों का प्रमाणिक स्वरूप निफ्टि द्वारा तैयार करके उपलब्ध करवाया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन प्रणाली और दर्शन पर्ची के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बाबा माई दास सदन में एक काउंटर बनाया जाएगा यहां से श्रद्धालु आसानी से माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के इस प्रमाणिक थ्री डी स्मृति चिन्ह को खरीद कर अपने पूजा स्थल पर रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास चिंतपूर्णी ने निफ्टि कांगड़ा के साथ एक सराहनीय पहल की है। उन्होंने बताया कि मंदिर न्यास द्वारा माता श्री चिंतपूर्णी में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह अतिरिक्त सुविधा प्रदान की जा रही है। राघव शर्मा ने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में आधुनिक तकनीक से बनने वाले म्यूजियम का कार्य अवार्ड कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यों को पवेलियन एवं इंटीरियर कम्पनी नोएडा को सौंपा गया है जोकि एक वर्ष के भीतर म्यूजियम को तैयार करेगी और आगामी दो वर्षों तक कम्पनी द्वारा इसका संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तीन मूर्ति चौक दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्राहलय भी इसी कम्पनी द्वारा निर्मित किया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि मंदिर न्यास द्वारा बाबा माईदास सदन के समीप म्यूजियम को बनाने के लिए रखे गए उपयुक्त स्थान में आधुनिक तकनीक से म्यूजियम बनाया जाएगा जिसमें वर्चुअली और वास्तविक वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी। माता श्री चिंतपूर्णी की तीन कथाएं जिसमें शिव शक्ति, मां छिन्नमस्तिका की कहानी और बाबा माईदास की कहानियां प्रदर्शित की जाएंगी। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के सांस्कृतिक धरोहरों जिसमें नृत्य, पोशाक, वाद्य यंत्रों को भी म्यूजियम में प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि म्यूजियम में थ्री डी थियेटर भी स्थापित किया जाएगा जिसमें श्रद्धालु धार्मिक पर्यटन से संबंधित धार्मिक फिल्में देख सकेंगे।