सरकार का पलटवार: बिना बजट भगवान भरोसे चुनाव से 9 महीने पहले खोल डाले 900 दफ्तर,
फिर भी हुई चुनावों में हार,आत्म मंथन करे भाजपा विधायक
सरकार बजट का प्रावधान कर मैरिट आधार पर खोले जाएंगे संस्थान: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा की चौदहवीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र का वीरवार को पहला दिन था। धर्मशाला के तपोवन में शुरू हुए सत्र में विधायकों की शपथ से पहले ही सदन में विपक्ष ने जोरदार हंगामा कर डाला। कांग्रेस की नवनिर्वाचित सरकार ने पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में खुले दफ्तरों को डिनोटिफाई के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सत्र शुरू होने से पहले ही मुद्दा उठा दिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सामान्य परिस्थिति नहीं है। हिमाचल में पहली बार ऐसा हुआ है कि 5 साल के लिए चुनी गई सरकार की आखिरी साल के फैसले बिना नई कैबिनेट बने या विधायकों की शपथ के पलट दिए गए। इस दौरान विधायकों ने सदन में नारेबाजी भी की और सदन से वॉकआउट भी किया।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जयराम ठाकुर को नेता प्रतिपक्ष चुने जाने की बधाई दी और कहा कि विपक्ष को सदन के अंदर बोलने का पूरा मौका दिया गया है। सरकार में रहते भाजपा ने 9 महीनों ने बिना बजट के भगवान भरोसे संस्थान खोल दिए और न ही पदों को भरा गया। सभी भर्तियां कोर्ट में लटकी है। वर्तमान सरकार जहां जरूरत होगी वहां संस्थानों को खोला जायेगा और बजट का प्रावधान कर दफतर खोले जाएंगे। राजनीतिक मंशा से पूर्व सरकार ने संस्थान खोले बावजूद इसके भाजपा को जनता ने विपक्ष में बैठा दिया।
6 जनवरी तक चलने वाले इस सत्र में कुल 3 सीटिंग होंगी। सत्र के दूसरे दिन यानी कल विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का चुनाव होगा। स्पीकर चुनने की प्रक्रिया प्रोटेम स्पीकर की अगुवाई में पूरी की जाएगी।