शूलिनी विश्वविद्यालय में “फूड फॉर थॉट” विषय पर की गई परिचर्चा

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

सोलन। शूलिनी विश्वविद्यालय में बेलेट्रिस्टिक लिटरेचर सोसाइटी ने साहित्य, इतिहास और राजनीति जैसे विषयों के साथ भोजन और इसके प्रतिच्छेदन पर एक चर्चा सत्र आयोजित किया। सत्र के वक्ता प्रोफेसर प्रतीप मजूमदार, निदेशक, आतिथ्य और होटल प्रबंधन, शूलिनी विश्वविद्यालय थे। होटल प्रबंधन उद्योग में उनके व्यापक अनुभव, सफल नेतृत्व की भूमिकाओं और सक्रिय अकादमिक जुड़ाव दर्शकों क लिए  प्रेरक थे।
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मॉडरेटर हेमंत शर्मा ने चित्रकूट स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स की डीन प्रो. मंजू जैदका के साथ कई प्रश्न पूछकर और कुछ अवलोकन करके चर्चा को आगे बढ़ाया। वक्ता ने “दाल बुखारी, दम पुख्त बिरयानी, और शानदार गलौटी कबाब” जैसे विभिन्न लोकप्रिय भारतीय व्यंजनों के इतिहास के बारे में विस्तार से बताया। चर्चा में भोजन से प्रेरित साहित्य पर और जनता को प्रभावित करने के लिए एक राजनीतिक उपकरण के रूप में भोजन के प्रकाश में भोजन की पसंद पर विचार-विमर्श भी शामिल था।