मण्डी: राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज जिला मण्डी के थुनाग क्षेत्र के महिला मण्डलों के साथ संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने सराज क्षेत्र को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने के लिए महिला मण्डलों की ओर से पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की महिलाएं पूरी तरह से जागरूक हैं और उन्हें प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री के हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करने तथा लोगांें को राष्ट्रीयता की भावना से परिपूर्ण इस अभियान में भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में वर्ष 2018 में प्राकृतिक खेती अपनाने की पहल की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हिमाचल इस प्रणाली को अपनाने में देश का पथ प्रदर्शन कर रहा है और अन्य राज्य प्राकृतिक खेती प्रणाली में हिमाचल मॉडल को अपना रहे है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली को अपना कर हम बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं। हमें इस दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर आयोजित किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति का संरक्षण करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह जीवनशैली और व्यवहार हमारी पहचान है।
भारतीय रेड क्रॉस प्रबन्ध समिति की सदस्य तथा राज्य रेड क्रॉस अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्षा डॉ. साधना ठाकुर ने थुनाग क्षेत्र में राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आगमन से क्षेत्र के लोग सम्मानित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि पहली बार प्रदेश के राज्यपाल थुनाग क्षेत्र में आए हैं। उन्होंने क्षेत्र के महिला मण्डलों को केन्द्र और प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों और कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर प्रचारित करने का आह्वान किया ताकि दुर्गम क्षेत्र के लोग इनसे लाभान्वित हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि समाज का समग्र विकास सुनिश्चित करने में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है और वे पुरूष प्रधान समाज की सोच बदलने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। उन्होंने महिला मण्डलों का पौध रोपण अभियान में भाग लेने का आह्वान किया।
इस अवसर पर डॉ. यशवन्त सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी सोलन के कुलपति डॉ. राजेश्वर चन्देल ने किसानों द्वारा कीटनाशकों और फफूंद नाशकों के अधिक उपयोग पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश का पहला राज्य है जिसने प्राकृतिक खेती अपनाने की पहल की तथा इस दिशा में बजट में विशेष प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 1.71 लाख किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है और केवल मण्डी जिला में ही 26 हजार से अधिक किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। उन्होंने थुनाग में औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार भी व्यक्त किया।
इस अवसर पर मण्डी के उपायुक्त अरिन्दम चौधरी ने राज्यपाल को सम्मानित किया।
थुनाग के उपमण्डलाधिकारी नागरिक पारस अग्रवाल ने राज्यपाल का स्वागत किया।
इस अवसर पर स्थानीय सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।