बैंको में अभिभावकों की लगी लाइनें, गरीब बच्चो को बिना स्मार्ट फोन के ऑनलाइन पढ़ाई करना था मुश्किल
विशेषर नेगी
रामपुर/शिमला। कोरोना महामारी के दौरान हिमाचल प्रदेश के दूर दराज ग्रामीण गरीब बच्चो की पढाई एनरॉयड फोन की कमी के कारण प्रभावित हो रही थी। गाँव में कई गरीब ऐसे थे जिन के पास एंड्रायड फोन नहीं थे। लेकिन सभी स्कूलों ने बच्चो की पढाई ऑन लाईन शुरू कर दी। ताकि उन की पढ़ाई प्रभावित न हो। ऐसे में साकार ने ग्रामीण गरीबो की पीड़ा को समझते हुए हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के माध्यम से एंड्रायड मोबाईल के लिए के लिए आसान किश्तों में ऋण की व्यवस्था की है । अब बच्चो को स्मार्टफोन क्रय व् लेपटाप के लिए आसान किश्तों में ऋण की व्यवस्था कर दी है।
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ऋण पाने की लिए छात्र का किसी स्कूल में इनरोलमेंट होना आवश्यक है। बैंक प्रबंधको का कहाँ हैकि इस योजना का लाभ उठाने के लिए गरीब तबके के लोग लगातार आगे आ रहे है। मीणा कुमारी ने बताया दो बेटे है। लाकडाउन की वजह से बच्चो की पढाई प्रभावित हो रही है। किसी के पास मोबाईल है किसी के पास नहीं। इससे दिक्क़ते आ रही है। रडोली स्कूल की छात्रा शैना ने बताया उन के पास फोन नहीं है इस लिए आन लाइन पढाई नहीं हो रही, कभी पड़ोसियों से मोबाईल ले कर पढ़ाई करते है।
राज्य सहकारी बैक के वरिष्ठ प्रबंधक आरएस ठाकुर ने बताया जो भलोग स्मार्ट फोन के ऋण के लिए आ रहा है उन्हें ऋण दिया जा रहा है। ताकउन के बच्चो की पढाई बाधित न हो। उन्होंने बताया एंड्रायड मोबाईल कलिए 25 हजार का ऋण आसान किश्तों मे दिया जा रहा है। बच्चे का खता खोल कर ऋण प्रक्रिया शुरू की जा रही है।