राशन डिपुओं में मिल रहा बिना आयोडीन युक्त नमक, लोगों की सेहत से हो रहा खिलवाड़

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। प्रदेश के डिपुओं में मिलने वाले राशन के बाद अब नमक पर भी सवाल उठने शुरू हो गए है। आशा वर्करों की ओर से किए गए सर्वे के मुताबिक प्रदेश के डिपुओं में मिलने वाले नमक में आयोडीन न के बराबर हैं जिससे कि लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा हैं। डिपो के नमक में कहीं तो आयोडीन की मात्रा 0 फीसदी है तो कहीं 5 से 10 फीसदी हैए जबकि यह 15 फीसदी से ज्यादा होनी चाहिए।

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चिकित्सकों का कहना है कि आयोडीन की कमी से जहां बच्चों का मानसिक विकास नहीं हो पाता वहीं लोगों को थायरॅायड और घेंगा जैसी गंभीर बीमारियां भी होने लगती हैं। हेल्थ सुपरवाइजर सीएचसी पंजगाईं जगदीश ने बताया कि आशा वर्करों ने सीएचसी पंजगाईं के तहत ग्राम पंचायत धार टटोह, बरमाणा, हरनोड़ा, दयोली, पंजगाईं, धौण कोठी सहित कई पंचायतों में इसका सर्वे किया है, जिसमें आयोडीन की नमक में कम मात्रा का खुलासा हुआ है।

सर्जन डॉ. ऋषि नभ ने भी बताया कि कम आयोडीन वाला नमक खाना सेहत के लिए हानिकारक है। अगर डिपो के नमक में इस तरह की खामियां हैं और लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है तो इस मामले की कड़ाई से जांच की जाएगी।