आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। इंटरनेट कनेक्टिविटी, ज्ञान को साझा करने और सामाजिक-आर्थिक विकास के अपरिहार्य माध्यम के रूप में उभरा है। दूरसंचार विभाग (DOT) ने सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि (USOF) के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों विशेषकर दूरदराज और व्यावसायिक रूप से अव्यावहारिक क्षेत्रों में नागरिकों के लिए किफायती और उच्च गुणवत्ता वाले इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
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अनेकानेक प्रक्रियात्मक, संरचनात्मक और कानूनी सुधार किए गए है, जिससे तेजी से रोलआउट और इसके परिणामस्वरूप नौ महीनों में लगभग एक साइट प्रति मिनट की दर से 2.7 लाख से अधिक 5जी साइटें स्थापित हुईं, जिससे भारत दुनिया के शीर्ष तीन 5जी पारिस्थितिकी तंत्रों में से एक बन गया। इंटरनेट की किफायती पहुंच को सक्षम बनाने के लिए डेटा की लागत लगभग 10 रुपये/जीबी तक कम कर दी गई है।
मानवीय कहानियों में डिजिटल तकनीक को अपनाने और अपने जीवन में इसी तरह के बदलाव लाने हेतु लोगों को सक्षम बनाने के लिए दूसरों को प्रेरित करने और सशक्त बनाने की शक्ति है। ऐसी कहानियाँ हमें दिखाती हैं कि इंटरनेट ने कैसे अविश्वसनीय तरीके से हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोगों के जीवन को बेहतर बनाया है।
इंटरनेट की परिवर्तनकारी भूमिका को अपनाने के लिए DOT ने MyGoV के सहयोग से “भारत इंटरनेट उत्सव” मना रहा है, जिसमें नागरिक #BHARATINTERNETUTSAV या ड्राइव लिंक में अपलोड के साथ किसी भी सोशल मीडिया हैंडल पर 2 मिनट तक के अपने वीडियो साझा कर सकते हैं कि इंटरनेट ने लोगों के जीवन को कैसे बदल दिया है और उसी लिंक को MyGoV https://innovateindia.mygov.in/bharat-internet-utsav/ पर सबमिट किया जा सकता है। सर्वश्रेष्ठ कहानियों को 15,000 रुपये तक के पुरस्कार दिए जाएंगे। यह प्रतियोगिता MyGoV पर दिनांक 07.07.2023 से 21.08.2023 तक आयोजित की जाएगी।
DOT त्वरित समावेशी सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए कभी भी, कहीं भी सुरक्षित, विश्वसनीय, किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली एकीकृत दूरसंचार सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहा है।