“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” संदेश को गांव के दूर दराज क्षेत्रों तक पहुँचाने के लिए विभाग की ओर से प्रयास हुए तेज

साथ ही उन्हें कोरोना काल में स्वस्थ भोजन खाने के प्रति लगाई गई प्रदर्शनी

 विशेषर नेगी

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रामपुर बुशहर/शिमला। ग्रामीण दूरदराज के इलाकों तक लोगों में बेटी व बेटे के प्रति समान नजरिया बनाने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से सजगता लाई जा रही है। इस अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास
विभाग द्वारा रामपुर के ज्यूरी पंचायत क्षेत्र के कोटला गांव में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जागरूकता रैली निकाली गई। उसके बाद लोगों को खासकर महिलाओं कोइस कोरोना काल में किस तरह से बेटियों को तंदुरुस्त एवं निरोग रखें और बताया गया। इस दौरान पारंपरिक पकवान बनाकर समझाया गया कि कौन से पकवान में किस तरह के पोषक तत्व हैएउन में कौन से औषधीय गुण हैए ताकि ग्रामीण इलाकों में इस कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े। ज्यूरी पंचायत के प्रधान अशोक नेगी ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से ग्राम पंचायत ज्यूरी के कोटला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जागरूकता रैली का आयोजन किया गया

इसके साथ.साथ पारंपरिक अनाज से बने पकवान लाए गए और बच्चों को जागरूक किया गया कि इन पकवानों में कितनी पौष्टिकता है। इस दौरान बेटियों को समाज में आगे लाने के लिए भी प्रेरित किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता छेरिंग ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संदेश लोगों तक रैली के माध्यम से पहुंचाने का प्रयास किया गया। लोगों को यह बताने का प्रयास किया कि बेटा और बेटी में भेदभाव न करें। जो काम बेटा कर सकता है वही काम आज बेटी कर रही है एहर क्षेत्र में बेटी आगे हैं। उन्होंने कहा इसके साथ.साथ उन्हें घरेलू भोजन के बारे में भी
बताया गया कि वह बाजार का जंक फूड ना लें और घरेलू अनाज का बना भोजन स्वास्थ्यवर्धक है।

शान्ति महिला मंडल प्रधान ने बताया आज यहां पर ज्यूरी पंचायत क्षेत्र में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ रैली निकाली गई और इस दौरान पहाड़ी अनाज हमारे लिए कितना लाभदायक है बताया गया। इन में कितने पोस्टिक तत्व है यह सब जानकारियां दी गई। ज्वाला देवी पर्यवेक्षिका ने बताया सशक्त केंद्र कोटला में उन्होंने कोटला के आसपास के गांव के लोगों को जागरूक करने के लिए रैली निकाली। गांव के आसपास से आई महिलाओं को जागरूक किया गया और इस दौरान कई तरह की जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गए।

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