सोशल वर्क के छात्रों का हड़ताल का आठवां दिन: प्रशासन ने लाखों के हिसाब से फ़ील्ड वर्क के नाम पर छात्रों से लाखों रुपए

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

 

शिमला। सोशल वर्क के छात्रों का हड़ताल का आठवां दिन है । सोशल वर्क के छात्रों द्वारा कक्षाओं को बहिष्कार किए हुए आज 10 दिन हो गए है। सोशल वर्क के छात्र लगातार अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे है। आज सोशल वर्क के छात्रों ने VC ऑफिस के बाहर धरने पे बैठे थे। लेकिन आज़ प्रशासन द्वारा छात्रों को बुलाया गया और फिर से प्रशासन द्वारा मांगो को टाल मटोल किया गया लेकीन आज सोशल वर्क के छात्रों के समर्थन में sfi भी आई। प्रशासन द्वारा छात्रों की मांगो को दरकिनार करना अपनी मंशा साफ़ दिखा रहा है। छात्रों का साफ़ तौर पे मानना है लगातार 20 वर्षो से जब से डिपार्टमेंट की स्थापना हुई तब से उनके साथ सौतेला वर्ताव किया जा रहा हैं। 20 वर्ष के बाद भी उनके पास अपना स्थाई डिपार्टमेंट नहीं है।

 

14000 हज़ार फ़ीस देने के बाद भी उनको ये सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। उनका साफ़ तौर पर आरोप है कि प्रशासन ने लाखों के हिसाब से फ़ील्ड वर्क के नाम पे छात्रों से पैसे लुटे है। पूरे विश्वविद्यालय के अंदर जितनी भी MA है सबसे ज्यादा फ़ीस सोशल वर्क के छात्रों द्वारा दी जाती है। स्टूडेंट्स का कहना हैं कि उनको हर हफ्ते फ़ील्ड में जाना होता हैं जिसका पैसा स्टूडेंट्स ख़ुद अपनी जेब से भरता हैं। इसके साथ डिपार्टमेंट के पास सिर्फ़ के प्रोफ़ेसर है जो पिछले कई सालों से अकेले डिपार्टमेंट को चला रहा है। और सोशियोलॉजी और सोशल वर्क का डिपार्मेंट एक होने के वावजूद भी सिर्फ़ 2 रूम ही विभाग के पास है और उसमें सुबह सोशियोलॉजी की कक्षा लगती है और सोशल वर्क के छात्रों को मजबूरन 1 बजे से 5 बजे तक अपनी कक्षा लगानी पड़ती है।

 

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जिसमें बहुत से छात्र दूर दराज के इलाकों से अपनी कक्षा लगाने आते है कक्षा देर से लगने के कारण ना ही वे अच्छे से अपनी स्टडी ठीक से कर पा रहे हैं और न ही घर से टाइम से पहुंच पा रहे हैं। और इसके साथ सोशल वर्क के स्टूडेंट्स को रिसर्च भी करनी पड़ती है न ही विभाग के पास अपनी कंप्यूटर लैब है जिससे उनकी रिसर्च करने के काम में भी अनेक बाधाएं आ रही है। सोशल वर्क के छात्रों का साफ़ मानना है कि जब तक उनको अलग से डिपार्टमेंट नहीं दिया जाता प्रॉपर लैब की सुविधा नहीं दी जाती ।

 

क्लास की टाइमिंग सुबह नहीं हो जाती और आज तक जो पैसा पिछले कुछ सालों से स्टूडेंट्स से फील्ड वर्क और स्टडी टूर के नाम से लिया गया है उसके लिए कमेटी और उस पैसे का पूरा ब्यौरा प्रशासन द्धारा नहीं दिया जाता और प्रशासन ख़ुद छात्रों से मिलने नहीं आता तब तक अपने हक की लड़ाई निरंतर लड़ते रहेंगे और मांगे पूरी होने तक क्लॉस का बहिष्कार करेगें। छात्रों का कहना है कि पूरे प्रदेश से उनके समर्थन के लिए लोग जुट रहे है और सबके समर्थन के साथ ही इस लड़ाई को जारी रखेंगे। और दो दिनों के बाद तीखे आंदोलन की ओर जाएंगे।