आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: सीटू के बैनर तले 108 और 102 एंबुलेंस सेवा से नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने अपनी बहाली और अन्य मांगों पर बुधवार को नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) एमडी कार्यालय कसुम्पटी शिमला का घेराव किया। सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए कर्मचारियों ने बहाली की मांग उठाई। माकपा विधायक राकेश सिंघा भी प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने सरकार को कर्मियों की मांगें नहीं मानने पर पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करने का अल्टीमेटम दिया।
माकपा विधायक राकेश सिंघा और सीटू के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि संगठन पूरे प्रदेश के कर्मचारियों को लामबंद कर नौकरी बहाली की लड़ाई को तेज करेगा। आंदोलन के तहत जिला और ब्लॉक मुख्यालयों पर कर्मियों की लामबंदी की जाएगी। उन्होंने मैड स्वान फाउंडेशन कंपनी प्रबंधन को चेताया कि वह कर्मचारियों की सेवाओं को यथावत जारी रखे, अन्यथा उसके खिलाफ प्रदेशव्यापी मोर्चाबंदी होगी।
108 और 102 अनुबंध वर्कर यूनियन के संयोजक मनोहर लाल व सह संयोजक प्रवीण कुमार ने आरोप लगाया कि कई वर्षों से कार्यरत 200 से अधिक पायलटों, ईएमटी व कैप्टन सहित एंबुलेंस कर्मियों को बेवजह गैर कानूनी तरीके से नौकरी से निकाल दिया गया है। नई कंपनी भी पूर्व कंपनी जीवीके के नक्शे कदमों पर आगे बढ़ रही है।
अनुबंध बदलने पर सैकड़ों मजदूरों की छंटनी कर दी गई है। उनकी जगह भाई भतीजावाद व सिफारिश के आधार पर नई नियुक्तियां कर दी गई हैं। उन्होंने मांग की है कि नौकरी से निकाले गए कर्मियों को तुरंत बहाल किया जाए। उच्च न्यायालय के निर्णय अनुसार वेतन दिया जाए। कर्मियों का स्थानांतरण दूसरे जिलों में किया जाए। कर्मचारियों को तुरंत नियुक्ति पत्र जारी किए जाएं। सभी प्रकार के श्रम कानून लागू किये जाएं।